उत्तर प्रदेश : मोबाइल फोन एक ही IMEI नंबर पर चलाने के मामले में पुलिस ने तैयारी कर ली चार्जशीट

एडीजी कार्यालय के दारोगा आशाराम की तहरीर पर 5 जून 2020 को मेडिकल थाने में वीवो कंपनी पर मुकदमा दर्ज हुआ था।

Update: 2022-07-20 04:15 GMT

Image used for representational purpose

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : वीवो मोबाइल कंपनी(Vivo Mobile) के साढ़े 13 हजार से ज्यादा मोबाइल फोन एक ही आईएमईआई नंबर पर चलाने के मामले में पुलिस ने चार्जशीट तैयारी कर ली है। ऐसे में वीवो कंपनी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस मुकदमे के बाद कंपनी के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इस मामले में टेलीकॉम मिनिस्ट्री भी जांच करेगी। साथ ही गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

एडीजी कार्यालय के दारोगा आशाराम की तहरीर पर 5 जून 2020 को मेडिकल थाने में वीवो कंपनी पर मुकदमा दर्ज हुआ था। आरोप था कि एक ही आईएमईआई नंबर पर 13500 से ज्यादा मोबाइल चलाए जा रहे हैं। विवेचना नौचंदी थाने के पूर्व इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार ने की थी। केस में कई बिंदुओं पर जांच स्पष्ट नहीं की गई और कंपनी के अधिकारियों को फायदा पहुंचाया गया था। 5 अक्टूबर को मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाकर केस डायरी कोर्ट में जमा करा दी। एफआर में तर्क दिया गया कि साफ्टवेयर में तकनीकी खराबी के कारण एक आईएमईआई पर ये सभी मोबाइल फोन चले थे।विवेचक ने इसी को आधार बनाते हुए विवो कंपनी को क्लीनचिट दे दी। वहीं इस मामले में तकनीकी खराबी के संबंध में विवो कंपनी के सीईओ से इसका कोई साक्ष्य तक नहीं लिया गया। इतना ही नहीं, किसी आईआईटी इंस्टीट्यूट, साफ्टवेयर इंजीनियर या सरकारी लैब से इस बात का सत्यापन भी नहीं कराया। एडीजी राजीव सबरवाल के आदेश पर मामले की दोबारा विवेचना हुई और क्राइम ब्रांच को जांच के लिए लगाया गया।
source-toi


Tags:    

Similar News