Uttar Pradesh: दर्दनाक कहानी,मर चुके बेटे के साथ क्यों 3 दिन घर में बंद रही मां

Update: 2024-07-22 06:32 GMT
Uttar Pradesh उत्तर प्रदेश: गाजियाबाद के चंद्रनगर स्थित एक फ्लैट में मां-बेटी मृत किशोरी के साथ तीन दिन तक रहीं। पुलिस को मामले की जानकारी तब हुई जब दुर्गंध आई। बताया जा रहा है कि 12 साल पहले पति की मौत के बाद से महिला मानसिक रूप से परेशान थी। उसका दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। महिला के भाई को खर्च के लिए पैसे भेजे गए थे। रविवार सुबह 11 बजे दिल्ली के चावड़ी बाजार निवासी प्रशांत जैन ने सूचना दी कि उनकी बहन कोमल अपनी 22 वर्षीय बेटी काव्या और 14 वर्षीय बेटे तेजस के साथ चंद्रनगर स्थित फ्लैट में रहती हैं। मानसिक रूप से बीमार तीन लोगों और आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि फ्लैट से कचरा निकल रहा था। गेट भी नहीं खुल रहा था। पुलिस ने कारीगरों की मदद से गेट खुलवाया तो अंदर का हाल देखकर सभी दंग रह गए। पुलिस उसे अस्पताल ले गई तो कारीगरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तेजस के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। वह कई महीनों से बीमार थी और मां, बेटा और बेटी किसी से मिलने नहीं जाते थे। दिल्ली निवासी भाई तीनों के परिवार के भोजन की जिम्मेदारी उठाता था। उसने अपने पैकेट में पैसे भेजे थे तो भतीजी काव्या ने एटीएम से व्यापारी से पैसे निकलवाए थे। इतना ही नहीं बेटी सबसे ज्यादा खाना ऑनलाइन मंगवाती थी। मां ने पुलिस को देखा तो दरवाजा नहीं खोला। पुलिस ने किसी
तरह दरवाजा
खुलवाया। इस दौरान कोमल ने कहा कि उसका बेटा उसे जगा न दे, इतना ही नहीं कोमल ने कहा कि वह अपने बेटे को कहीं लेकर नहीं जाती थी, पुलिस के मुताबिक महिला और उसकी बेटी ने सभी लाइटों का कनेक्शन काट दिया था। प्रशांत जैन ने बताया कि तीनों मानसिक रूप से इस हद तक बीमार थे कि किसी को देखने से ही ऐसा लगता था। लोगों का कहना है कि कभी दिन में रात को जब अंदर खाना खा लेते थे तो कभी काफी देर तक खाना बाहर ही पड़ा रहता था। परिवार का खर्च उठाने वाले भाई को देखकर महिला और उसकी बेटी आक्रामक हो जाती हैं। दस्तावेजी रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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