उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर मामले में अन्य प्रदेशों को दे रहा मात, पूरा भारत एक तरफ, यूपी एक तरफ
पूरे भारत भर में जितने मेगावॉट के डाटा सेंटर हैं, उससे ज्यादा अकेले यूपी में है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पूरे भारत भर में जितने मेगावॉट के डाटा सेंटर हैं, उससे ज्यादा अकेले यूपी में है। भारत में 600 मेगावॉट के डाटा सेंटर खुल चुके हैं तो यूपी में 616 मेगावॉट के डाटा सेंटरों को मंजूरी मिल चुकी हैं। वहीं 34 मेगावॉट के डाटा सेंटर खुलने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद यूपी के पास 650 मेगावॉट के डाटा सेंटर होंगे।
यूपी को यह सफलता एक वर्ष में मिली है। यूपी की डाटा सेंटर नीति जनवरी 2021 में आई थी। डेढ़ वर्ष पूरा होते-होते यूपी को लक्ष्य से ढाई गुना ज्यादा सफलता मिल चुकी है। डाटा सेंटर नीति में पांच वर्ष में 250 मेगावॉट और 2000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया था।
यूपी में छह डाटा सेंटरों को कार्यकारी परिषद से मंजूरी मिल चुकी हैं। इनमें से दो को कैबिनेट की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इनमें 1130 करोड़ का एसटीटी ग्लोबल डाटा सेंटर और 2692 करोड़ के निवेश वाला सिफी डाटा सेंटर शामिल हैं। ये दोनों डाटा सेंटर मिला कर 175 मेगावॉट के हैं।
इन्होंने किया यूपी में निवेश
निवेशक निवेश मेगावॉट
एनआईडीपी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड 9134 250
एनटीटी ग्लोबल डाटा सेंटर्स एंड क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर इण्डिया लि. 1687 90
अडानी एंटरप्राइज लिमिटेड 2416 50
अडानी एंटरप्राइज लिमिटेड 2713 50
कैबिनेट में हैं प्रस्ताव
1130 करोड़ का एसटीटी ग्लोबल डाटा सेंटर
2692 करोड़ का सिफी डाटा सेंटर