Up News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन क्षेत्र के अंतर्गत नेपाल सीमा और ट्रांस गेरुआ जंगल के पास स्थित भरथापुर गांव में बीती रात एक जंगली हाथी ने हमला कर दिया। उसने छप्पर के घरों को तहस-नहस कर दिया। हाथी की दहाड़ सुनकर ग्रामीण अपने घरों से बाहर निकल आए, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार कतर्नियाघाट रेंज के अंतर्गत भरथापुर गांव में पिछले कई दिनों से जंगली हाथियों ने उत्पात मचा रखा है। बीती रात 10 बजे एक हाथी गांव में घुस आया, जिसने गांव के 21 ग्रामीणों के घरों को तहस-नहस कर दिया। हाथी ने गांव निवासी सुरेश, रामनाथ, जमुना प्रसाद, टेकराम, मिश्री लाल, कलावती, मुन्नालाल, राज कुमार, रमेश, मदन लाल, घनश्याम, तारा देवी, बिंदु, कंगला, रोशनलाल, मनोहर, संजय, शिवा, राधेश्याम, प्रमोद, विनोद राधू के छप्पर के घरों को ध्वस्त कर दिया।
वन क्षेत्राधिकारी आशीष गौड़, वन दरोगा मयंक पांडेय, वन रक्षक योगेश सिंह व अजय सिंह वन रक्षकों के साथ हाथी को भगाने के लिए गेरुआ नदी के रास्ते नाव से रात 10:00 बजे गांव पहुंचे। तस्कर हाथी लगातार गांव में आतंक मचा रहा है। सुबह करीब साढ़े तीन बजे हाथी जंगल की ओर गया तो वन विभाग की टीम गांव से लौट आई। ग्रामीण एकत्र हो गए, सभी ने मशालों व टार्च की रोशनी में ढोल व थाली बजाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।
इस बीच हाथी ने घरों में रखे घरेलू सामान को नष्ट कर दिया और घर में रखा सारा अनाज बिखेर कर नष्ट कर दिया। हाथी का उत्पात 6 घंटे तक जारी रहा। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के नारे लगाने के बाद वह जंगल की ओर भाग गया। हाथी पिछले तीन दिनों से रोजाना दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। ग्राम प्रधान अंबा इकरार अहमद ने बताया कि बीती रात हाथी ने गांव के 21 घरों को ध्वस्त कर दिया। इससे पहले लगातार दो दिनों में 11 घरों को ध्वस्त किया था, जिसकी सूचना प्रधान ने तहसील प्रशासन को दे दी है।