UP News: यूपी के वाराणसी में नीट की तैयारी कर रही 17 वर्षीय छात्रा का शव उसके कमरे में फंदे से लटकता मिला। बताया जा रहा है कि उसने शुक्रवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने इंस्टाग्राम पर आत्महत्या करने की जानकारी पोस्ट की थी। बिहार निवासी यह छात्रा वाराणसी के जवाहर नगर एक्सटेंशन (भेलूपुर) स्थित गर्ल्स हॉस्टल में रहकर तैयारी करती थी। छात्रा के पिता ने आत्महत्या पर संदेह जताते हुए हत्या की आशंका जताई है। उनका कहना है कि रात में उनकी बेटी से अच्छे से बात हुई थी। सब कुछ ठीक था। फिर उसने आत्महत्या क्यों की? सासाराम (बिहार) के टाउन थाना क्षेत्र के तकिया गुमटी निवासी सुनील सिंह की 17 वर्षीय बेटी स्नेहा सिंह दो साल से जवाहर नगर एक्सटेंशन में अंबरीश कुमार के गर्ल्स हॉस्टल में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी।
वह दुर्गाकुंड स्थित एक कोचिंग में पढ़ती थी। रात 11 बजे स्नेहा ने अपनी मां खुशी सिंह से फोन पर बात की थी। उसने वीडियो कॉल के जरिए उसे खाना भी दिखाया था। पुलिस के मुताबिक सबकुछ सामान्य था। इसी बीच रात में उसने इंस्टाग्राम पर आत्महत्या करने की बात पोस्ट कर दी। भेलूपुर थाना प्रभारी विजय नारायण मिश्रा ने बताया कि हॉस्टल संचालिका से पूछताछ में यह बात सामने आई। छात्रा की मां ने सुबह पांच बजे हॉस्टल संचालिका को फोन किया। हालांकि उसने कहा कि उसकी बेटी की तबीयत खराब है, उसके कमरे में जाकर देख लो। हॉस्टल संचालिका सुबह साढ़े छह बजे स्नेहा सिंह के कमरे में गई। दरवाजा खटखटाते ही कुंडी खुली।
अंदर स्नेहा का शव फंदे पर लटक रहा था। संचालिका ने इसकी सूचना दुर्गाकुंड थाने को दी। थाना प्रभारी ने बताया कि किसी लड़के ने स्नेहा की मां को फोन कर इंस्टाग्राम पर लिखी पोस्ट की जानकारी दी थी। इसके बाद उसकी मां ने हॉस्टल संचालिका को फोन किया। छात्रा की मां और पिता भी वाराणसी पहुंच गए। पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार हरिश्चंद्र घाट पर कर दिया गया। स्नेहा सिंह इसी महीने इंटरमीडिएट की परीक्षा देने वाली थी। पिता सुनील सिंह सासाराम में व्यवसाय करते हैं। छात्रा के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार रात को उन्होंने अपनी बेटी से ठीक से बात की थी। रात में अचानक उसे क्या हो गया? जब वे छात्रावास पहुंचे तो बेटी का शव जिस हालत में दिखा, उससे लग रहा था कि उसकी हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि संदिग्ध परिस्थितियों में उसका दरवाजा खुला मिला। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।