यूपी : कमेटी का फैसला, इस बार मोहर्रम में नहीं उठेगा बड़ा ताजिया

करबला की शहादत की याद में मनाए जाने वाला मुस्लिमों का अहम त्योहार मोहर्रम करीब है।

Update: 2022-07-26 04:26 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। करबला की शहादत की याद में मनाए जाने वाला मुस्लिमों का अहम त्योहार मोहर्रम करीब है। ऐसे में शहर में हर तरफ जुलूस, अलम, मेहंदी और ताजिया उठने की बातें होने लगी हैं। दो साल दशहरा की तारीखें एक साथ पड़ने और दो साल कोरोना महामारी के कहर की वजह से मोहर्रम पर ताजिया नहीं उठाए गए। अबकी बार भी बड़ा ताजिया मोहर्रम कमेटी ने जुलूस और ताजिया न उठाने का फैसला किया है।

बड़ा ताजिया मोहर्रम कमेटी के अध्यक्ष रेहान खान ने कमेटियों से मशविरा करने के बाद कहा कि आपसी सौहार्द, भाईचारा और अमन का पैगाम देते हुए मोहर्रम पर जुलूस व ताजिया नहीं उठाएंगे। इमामबाड़े पर फातेहा, नियाज और जियारत होगी। सोमवार को अध्यक्ष रेहान कहा कि कमेटी ने हमेशा हिन्दू-मुस्लिम एकता की बात कही है। यही वजह है कि मोहर्रम पर सभी कार्यक्रम तो होंगे लेकिन ताजिया नहीं उठाया जाएगा। इससे पहले वर्ष 2020 और 2021 में कोविड गाइडलाइन की वजह से जुलूस और ताजिया नहीं निकाला गया था। वर्ष 2015, 2016 और 2017 में मोहर्रम और दशहरा की तारीखों के एक साथ पड़ने की वजह से कमेटी ने ताजिया न उठाने का निर्णय लिया था।
कई ताजियादार निकालेंगे जुलूस
प्रयागराज। ऐतिहासिक मोहर्रम कमेटी ने बैठक कर निर्णय लिया कि वह मोहर्रम पर जुलूस और ताजिया उठाएंगे। मजहरुल हक, अरविंद राय, मो. हफीज, असरार अहमद, हफीज खां आदि ने कहा कि ताजियादारों संग बैठक कर फैसला लिया गया कि परंपरागत तरीके से शहर और देहात में जुलूस निकाले जाएंगे। कमेटी का कहना है कि उनके साक कई ताजियादार शामिल हैं।
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