यूपी विधानसभा चुनाव: हाथरस में आज गरजेंगे अखिलेश और स्वतंत्र देव सिंह, सीएम योगी कल भरेंगे हुंकार

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां प्रचार में पूरा जोर लगा रही हैं. कई

Update: 2022-02-13 02:13 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश विधानसभा (UP Assembly Election) चुनाव को लेकर सभी पार्टियां प्रचार में पूरा जोर लगा रही हैं. कई पार्टियों के स्टार प्रचारक (Star Campaigners) अहम सीटों पर लोगों के बीच पहुंच रहे हैं. ऐसे में आज हाथरस (Hathras) का तापमान बढ़ा हुआ रहेगा. इसे लेकर तैयारियां भी शुरू हो गईं हैं. 20 फरवरी को मदान से पहले चुनाव प्रचार में प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों ने पूरी ताकत लगा रखी है. रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) सिकंदराराऊ में आएंगे. वो दोपहर 11:50 बजे हेलीकॉप्टर से सिकंदरराऊ नगर पालिका के क्रीड़ा स्थल पर आएंगे. यहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. रविवार को ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) भी यहां पहुंचेंगे.

बीजेपी जिलाध्यक्ष गौरव आर्य ने बताया कि दोपहर 12 बजे उनका हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन के मैदान में उतरेगा. वो गांव रुहेरी में जनसंपर्क करेंगे और उसके बाद वह सासनी के गांव समामई में सभा को संबोधित करेंगे. सासनी कस्बे में वो जनसंपर्क भी करेंगे. इसके बाद वहां से हाथरस जंक्शन होते हुए पुलिस लाइन वापस चले जाएंगे.
कल सीएम योगी करेंगे जनसभा
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को हाथरस में दौरे पर होंगे. यहां वो तीन सभाओं को संबोधित करेंगे. सोमवार दोपहर 12 बजे सीएम योगी सादाबाद में छाबी मियां में चुनावी सभा करेंगे. उसके बाद दोपहर एक बजे हाथरस के बागला कॉलेज के मैदान में सभा को सबोधित करेंगे. इसके बाद दोपहर तीन बजे सिकंदराराऊ में नगर पालिका के मैदान पर सभा को संबोधित करेंगे. इधर रालोद के सादाबाद सीट के उम्मीदवार प्रदीप चौधरी के लिए प्रचार करने के लिए रालोद प्रमुख जयंत चौधरगी 15 और 17 फरवरी को यहां आ रहे हैं.
हाथरस सीट पर पहली बार 1993 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के राजवीर सिंह विधायक चुने गए थे. इसके बाद 1996, 2002, 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी. लगातार 20 साल तक बसपा का इस सीट पर कब्जा रहा. इस सीट से बसपा के रामवीर उपाध्याय तीन बार 1996, 2002 और 2007 में विधायक चुने गए. 2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से बसपा के गेंदालाल चौधरी चुनाव जीतकर विधायक बने थे. यह सीट बसपा का गढ़ मानी जाती है. यहां दलित वोटों की संख्या काफी अधिक है. 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर की आंधी में बसपा अपना यह गढ़ नहीं बचा सकी और भाजपा ने इस सीट को अपने पाले में कर लिया. यहां से भाजपा के हरिशंकर महोर मौजूदा विधायक हैं.
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