व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या मामला, CBI ने तेज की जांच, उठाया ये कदम

जानिए क्या था मामला.

Update: 2021-11-23 07:21 GMT

गोरखपुर: कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई हत्या के मामले में सीबीआई ने अब मनीष गुप्ता के उन दोस्तों को बयान के लिए बुलाया है, जो घटना के वक्त मनीष गुप्ता के साथ गोरखपुर के होटल में मौजूद थे.

27 सितंबर को गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के कृष्ण पैलेस होटल में चेकिंग के लिए गई स्थानीय पुलिस और होटल में ठहरे मनीष गुप्ता और उसके दोस्तों के बीच विवाद और मारपीट हो गई थी.
मनीष गुप्ता की मौत के मामले में सीबीआई ने जांच तेज कर दी है. सीबीआई ने कानपुर के रहने वाले मनीष गुप्ता के साथ होटल में ठहरे उनके दोस्त हरवीर सिंह और प्रदीप सिंह के साथ चंदन सिंह को बयान के लिए लखनऊ सीबीआई जोनल मुख्यालय बुलाया है.
दरअसल, 27 सितंबर को गोरखपुर में इवेंट मैनेजमेंट का काम करने वाले चंदन सैनी के बुलावे पर ही मनीष गुप्ता और गुड़गांव निवासी हरवीर सिंह, प्रदीप सिंह गोरखपुर घूमने गए थे. चंदन सिंह ने ही रामगढ़ ताल थाने के बगल में होटल कृष्णा पैलेस बुक कराया था.
27 सितंबर की शाम चारों दोस्तों ने देर रात खाना खाया और चंदन सैनी होटल छोड़ कर अपने घर चला गया. तभी रामगढ़ ताल थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह, सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा, विजय यादव और तीन अन्य पुलिसकर्मी ने होटल में चेकिंग के लिए मनीष गुप्ता का कमरा खुलवाया. आधी रात में हुई चेकिंग को लेकर बहस हुई और पुलिस वालों ने मनीष गुप्ता के साथ मारपीट कर दी.
पुलिस द्वारा की गई मारपीट के चलते ही मनीष गुप्ता की गोरखपुर में मौत हो गई. मामला तूल पकड़ गया. इसके बाद मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने राज्य सरकार से सीबीआई जांच की मांग की, जिसके बाद सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है. राज्य सरकार ने इस मामले में जांच कानपुर ट्रांसफर कर दी थी.
गोरखपुर जाकर सीन क्रिएशन कर चुकी है सीबीआई
कानपुर पुलिस सभी छह पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर भेज चुकी है. अब सीबीआई ने इस मामले में जाच शुरू कर घटना के वक्त मौजूद मनीष गुप्ता के दोस्तों को बयान के लिए बुलाया है. सीबीआई अब इससे पहले गोरखपुर में जाकर घटना का सीन क्रिएशन कर चुकी है. मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता व जांच कर रही कानपुर पुलिस के अफसरों का भी बयान दर्ज किया जा चुका है.
Tags:    

Similar News

-->