सात साल के बाद खत्म हुआ महिला का इंतजार, एक साथ दिया 5 बच्चों को जन्म

Update: 2022-07-26 15:02 GMT

करौली: शादी के बाद सात साल तक वो लंबा इंतजार और फिर एक साथ पांच बच्चों का जन्म. राजस्थान के करौली के एक महिला के आंचल में एक साथ इतनी खुशियां आईं कि परिजन खुशी से चहक उठे. इनमें तीन लड़के और दो लड़कियां हैं. डॉक्टरों का कहना है कि सभी स्वस्थ हैं.

दरअसल, करौली में मासलपुर पंचायत समिति के पिपरानी गांव निवासी रेशमा शादी के सात साल बाद पहली बार मां बनी हैं. उनकी उम्र 25 साल है. रेशमा ने करौली के एक निजी चिकित्सालय में सोमवार को एक साथ इन बच्चों को जन्म दिया. डॉक्टर आशा मीणा ने बताया कि इन नवजातों की उम्र करीब सात माह है. प्रसव के बाद मां की तबीयत ठीक है. हालांकि बच्चे कमजोर हैं और उन्हें राजकीय हॉस्पिटल मातृ एवं शिशु इकाई स्थित एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है.
एसएनसीयू इकाई के प्रभारी डॉ. महेंद्र मीणा ने बताया कि सभी नवजात 300-660 ग्राम तक वजन के हैं. उनको इनक्यूबेटर में रखा गया. अभी नवजातों की हालत पहले से बेहतर है. इतने कम वजन के बच्चों के लिए हमारे यहां सुविधाएं कम हैं, इसलिए हम उन्हें जयपुर शिफ्ट कर रहे हैं.
रेशमा की जेठ गब्बरु ने बताया कि उनका छोटा भाई अश्कअली केरल में मार्बल फिटिंग का काम करता है. उनकी करीब 7 वर्ष पूर्व रेशमा से शादी हुई थी. शादी के कई साल बीतने के बाद भी उन्हें बच्चा नहीं हुआ. दंपति ने कई जगहों पर इलाज करवाया. अब अल्लाह ने उनकी सुनी है और एक साथ 5 बच्चों से झोली भर दी. कम वजन के होने के कारण बच्चों को केयर की जरूरत है.
इससे पहली इसी अस्पताल में 22 जुलाई को एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया था. डॉ. महेंद्र मीणा ने बताया कि 22 साल की लोटन बाई ने इन बच्चों को जन्म दिया था. इनमें एक लड़के और दो लड़कियां हैं. लोटन बाई भी शादी के बाद पहली बार मां बनी. मां और बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं. नवजातों को एसएनसीयू वार्ड में रखा गया है.
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