बंगाली महिला द्धारा लम्बे समय से खुलेआम किया जा रहा जिस्म फरोशी और भ्रूण हत्या का खेल
पीलीभीत। बरहा के रेलवे फाटक पर रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा कर सालों से रह रही एक बंगाली महिला मीना कुमारी पहले एक नर्सिग होम में काम करती थी। जब वह काम सीख गई तो उसने गर्भवती महिलाओं का प्रसव अपने ही घर में करवाना शुरू कर दिया। धीरे धीरे उसकी मुलाकात बाहर से आने वाली युवतियों से होने लगी। जो कि अविवाहित थी। वह उनको अपने घर में रखकर भ्रूण हत्या तो करती ही थी साथ ही उन युवतियों को अपने गंदे जाल में फंसा कर धंधा भी प्रारम्भ कर दिया। जिस पर मीना देवी पर एक मुकदमा भी दर्ज हुआ प्रार्थी ने बताया कि उसका एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था प्रेम प्रसंग के चलते वह गर्भवती भी हो गई तो परिवार वालों ने गांव के ही एक मन्दिर में उसकी शादी करा दी। शादी के बाद ससुराल वाले आये दिन उसको दहेज आदि के लिए मारने पीटने लगे। जब एक दिन उसकी तबियत खराब हुई तो उसको दिखाने के बहाने मीना देवी के पास आये और उससे सांठ गांठ करके युवती का गर्भपात करा दिया। जिसका मुकदमा 2016 में सुनगढी थाने मंे दर्ज हुआ। और मीना देवी को लगभग दो माह जेल भी काटनी पडी। लेकिन उसके बाद भी मीना देवी का कारोबार बदस्तूर जारी है उसके यहां बाहर से लडकियां आती है कुछ तो सुबह से शाम तक रूकती है और कुछ कई कई दिन रूकती है मीना देवी के ग्राहक बंधे हुए है। मीना देवी का घर एकान्त में है जहां से आने जाने का रास्ता नही है इसी का फायदा उठाकर दिनरात यह खेल आराम से चलता रहता है ऐसा नही है कि इसकी जानकारी पुलिस को नही है लेकिन शायद किसी लालच वश पुलिस उस महिला पर हाथ नही डाल रही है। और आसपास के लोग भी उस महिला के खिलाफ कुछ नही बोल पाते क्यों कि उनको डर है कि वह महिला कोई भी आरोप लगाकर फर्जी मुकदमे में उनको और उनके परिवार को फंसा सकती है। लेकिन जहानाबाद की महिला ने इस पूरे मामले को दहेज उत्पीडन सहित उच्च न्यायालय में वाद दाखिल कर दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मीना देवी की पुलिस ने गोपनीय जांच शुरू कर दी है।