मुरादाबाद: मझोला थाना पुलिस ने बिलारी के मोहल्ला कोरियान वाल्मीकि बस्ती निवासी सुरेश, उसकी पत्नी अनीता, बेटी खुशबू, सिब्बू, सौरभ और बबीता के खिलाफ हत्या, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया है. यह मुकदमा कोर्ट के आदेश पर मझोली निवासी सुनीता की तहरीर पर लिखा गया है. दर्ज रिपोर्ट में सुनीता ने बताया कि उसके पति अशोक कुमार बीते 28 फरवरी को बिलारी के मोहल्ला कोरियान स्थित अपने घर गए थे. आरोप लगाया कि वहीं उनके परिवार के आरोपियों ने जहर देकर मार डाला. जब वह सूचना पाकर ससुराल पहुंची और पति की मौत के बारे में पूछी तो ससुरालियों ने गाली गलौज शुरू कर दी. इतना ही नहीं उसे और उसके बच्चों को मारने की धमकी तक दे डाले. पीड़िता के अनुसार उसने पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. बाद में परेशान होकर कोर्ट में अर्जी लगा दी. जहां से एफआईआर के आदेश हुए. इस संबंध में एसएचओ मझोला मोहित चौधरी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया गया है. विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
मतभेदों के बीच संगीत चौक पर लगा शिलापट
आखिरकार विवादों के बीच अकबर किला चौराहा स्थित संगीत चौक पर शिलापट लगा दिया गया. यहां पर आचार्य बृहस्पति की प्रतिमा के अलावा संगीत से जुड़ी महान विभूतियों की भी प्रतिमाओं को स्थान दिया जाएगा. इस तिराहे को संगीत चौक की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है.
नगर निगम की इस चौराहे को भव्य और आकर्षक बनाने की तैयारी है. मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह विशेष रूप से इस कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. प्रशासन जनभावना को ध्यान में रखते हुए योजना को कार्य रूप दे रहा है. चौराहे पर आकर्षक लाइटिंग होगी. रात के समय संगीत चौक को सुंदर और व्यवस्थित रूप से दिखाने का प्रयास प्रशासन कर रहा है. शिलापट पर मशहूर तबला वादक थिरकवा को लेकर प्रमुख जानकारी दी गई है. बताया गया है कि वह 20वीं सदी के महानतम तबला वादकों में से एक थे.
अद्भुत कला ने उन्हें थिरकवा नाम दिलाया था. जिसका अर्थ होता है चमकदार. वह दिल्ली, फर्रुखाबाद, अजराड़ा, और लखनऊ घरानों की शैलियों में निपुण थे.
उन्हें 1970 में पद्मविभूषण का पुरस्कार मिला था. अकबर किला चौराहे पर थिरकवा की प्रतिमा का स्थानीय लोगों ने विरोध किया था. इस मामले में स्मार्ट सिटी टीम की तरफ से मुकदमा भी दर्ज कराया गया है. उधर, नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने बताया कि तिराहे को पूरी तरह से व्यवस्थित करने के बाद ही इसका लोकार्पण कराया जाएगा.