14 दिन के लिए जेल भेजा गया आतंकी नदीम, नूपुर शर्मा की हत्या से मिला दहशत फैलाने का काम
नूपुर शर्मा की हत्या से मिला दहशत फैलाने का काम
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिले सहारनपुर से शुक्रवार को यूपी एटीएस ने सहरानपुर से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद शनिवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद 14 दिन के लिए जेल भेजा गया है। जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक ए तालिबान, पाकिस्तान से जुड़े आतंकी और नूपुर शर्मा की हत्या की साजिश रचने के आरोपी मोहम्मद नदीम को शनिवार को रिमांड मजिस्ट्रेट अंकिता शर्मा के सामने पेश किया गया। रिमांड मजिस्ट्रेट अंकिता ने नदीम को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया।
मोहम्मद नदीम के पास से आईडी समेत मिला ये सामान
आरोपी मोहम्मद नदीम ने पूछताछ में बताया कि उसे नूपुर शर्मा की हत्या का काम सौंपा गया था। इतना ही नहीं स्वतंत्रता दिवस से पहले देश में आंतकी घटनाओं को भी अंजाम देना था। यूपी एटीएस ने आंतकी नदीम के पास से आईडी और बम बनाने की जानकारी देने वाली सामाग्री भी बरामद की है। रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष इसलिए पेश किया गया है क्योंकि कोर्ट में अवकाश था। तहरीक-ए-तालीबान और जैश-ए-मोहम्मद के आंतकियों से जुड़े नदीम के संपर्क में देशभर में कई संदिग्ध युवा भी संपर्क में रहे हैं।
साल 2018 से आतंकियों के संपर्क में आया था आरोपी नदीम
यूपी एटीएस और खुफिया एजेंसियों की जांच के दायरें में 12 संदिग्ध हैं, जिन्हें नदीम की देश विरोधी गतिविधियों की जानकारी थी। उसके बाद भी वह उससे जुड़ा रहा और उसकी खुराफात को छिपाए रहे। इतना ही नहीं नदीम को आतंकी संगठनों द्वारा फंडिंग करने की भी बात सामने आ रही है। आरोपी नदीम के मोबाइल फोन में मिली चैट के आधार पर पता चला है कि वह साल 2018 से आतंकियों के संपर्क में था और वह लगातार उनसे बातें करता था।
नदीम के सोशल मीडिया पर 30 से अधिक एकाउंट
सोशल मीडिया पर करीब नदीम के 30 से अधिक एकाउंट बनाए गए थे, जिनके जरिए वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आतंकियों से बात करता था। इसके अलावा पीडीएफ फाइल में आतंकी संगठनों के आकाओं ने नदीम से यह भी कहा है कि युवाओं को इस संगठन से जोड़े। उनको अपने विश्वास में लेकर अपने साथ लगाए। उसके बाद उनको भी हमले के लिए तैयार किया जाएगा। जांच में यह भी सामने आया है कि नदीम को आंतकी संगठनों की ओर से फंडिंग भी गई है। इसको लेकर यूपी एटीएस जांच कर रही है।