मुस्कुराते हुए बोला बेटा, हां मैंने ही मारा

Update: 2023-08-08 12:19 GMT

झाँसी: मां और पिता की हत्या करने के बाद भी अंकित के चेहरे पर न तो कोई शिकन थी और न ही वह परेशान था. पुलिस जब उसके पास पहुंची तो वह मुस्कुराता हुआ बोला हां मैने ही उन्हें मारा.

नवाबाद थाना प्रभारी सुधाकर मिश्रा कहते हैं कि हत्या के बाद जब पुलिस मकान के अंदर दाखिल हुई तो दम्पत्ति का बेटा घर के अंदर ही मौजूद मिला. कमरें में आराम से बैठा था, मानों कुछ हुआ ही नही है. पूछताछ करने पर भी उसके चेहरे पर न खौफ दिखा और न ही मां-बाप की मौत का अफसोस. लगातार सवालों पर आरोपित अंकित ने हल्की सी मुस्कान के साथ सुकून भरी आवाज में कहा कि हां मैने ही दोनों को मारा है. यह सुनकर विश्वास नहीं हुआ तो उससे पूछा कि क्यों मारा और कैसे? बोला मार दिया. पुलिस ने छानबीन में पाया कि अंकित ने मां-बाप को लहूलुहान करने के बाद कपड़े बदले और फिर आराम से ऊपर वाले कमरें में जाकर आराम करने लगा.

बहन बोली, घंटों मोबाइल चलाने पर होता था विवाद लक्ष्मी प्रसाद पलरा के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल थे. बेटा अंकित (26) साथ रहता था.वह घर पर ही मोबाइल रिपेयरिंग का काम भी करता था. जबकि तीन बेटियों में बड़ी बेटी नीलम और सुंदरी की शादी हो चुकी है. नीलम का ससुराल पड़ोस की कॉलोनी में है. छोटी बेटी शिवानी उरई में रहकर पढ़ाई कर रही है. नीलम कहती है कि उसकी शादी पिता लक्ष्मी प्रसाद ने पास में स्थित मोहल्ले में की है. उसकी पिता से अक्सर फोन पर बात होती थी. वह अंकित की हरकतों से परेशान थे. घंटों मोबाइल पर बिजी रहने से अक्सर उसका मां-बाप से विवाद होता था. कई बार इसको लेकर मारपीट तक की नौबत आ जाती थी. लाख समझाने के बाद भी अंकित का बर्ताव दिनों-दिन खराब होता गया.

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