बच्चों को स्मार्ट सिटी फ्री में सिखाएगी कोडिंग, जानें किन स्टूडेंट्स को मिलेगी सुविधा
स्मार्ट सिटी युवाओं को कोडिंग की शिक्षा मुफ्त में देगी। इसके लिए स्मार्ट सिटी ने कोड योगी नामक एनजीओ व एएमयू के टीपीओ ने करार किया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। स्मार्ट सिटी युवाओं को कोडिंग की शिक्षा मुफ्त में देगी। इसके लिए स्मार्ट सिटी ने कोड योगी नामक एनजीओ व एएमयू के टीपीओ ने करार किया है। कोडिंग की मुफ्त शिक्षा खासतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को उपलब्ध कराई जा रही है। शनिवार को इसको लेकर नगर आयुक्त ने विशेषज्ञों के साथ वेबिनार में चर्चा की। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने कहा कि स्मार्ट सिटी दो संस्थाओं की मदद से छात्राओं को कोडिंग की मुफ्त शिक्षा देगी। जिन छात्रों को पास कंप्यूटर की व्यवस्था नहीं है उनके लिए नगर निगम में संचालित कमांड एंड कंट्रोल रूम में कंप्यूटर की व्यवस्था कराई जाएगी।
वेबिनार में कोड योगी के संस्थापक व सीईओ प्रशांत चौधरी ने छात्रों को समझाया की किस तरह से वे कोड योगी की मदद से मुफ्त में कोडिंग सीख सकते हैं और रोजगार हासिल कर सकते हैं। बताया कि कई छात्र जो पहले वेल्डिंग और प्लम्बिंग जैसे काम करते थे, कोड योगी की मदद से लाखों रुपये की सेलरी पर काम कर रहे हैं। आने वाले समय में कोडिंग एक बेहद महत्वपूर्ण स्किल साबित होने वाली है। स्मार्ट सिटी के सीईओ गौरांग राठी ने भरोसा दिलाया कि गरीब तबके के छात्रों को कोडिंग के जरिए सशक्त बनाने हेतु स्मार्ट सिटी अलीगढ़ हर संभव मदद करेगी। अगर किसी छात्र के पास कोडिंग सीखने के लिए कंप्यूटर नहीं है तो वे स्मार्ट सिटी द्वारा निर्मित हैबिटेट सेंटर में उसकी व्यवस्था करवाएंगे।
इन छात्रों को ध्यान में रखकर सुविधा उपब्ध काई जा रही : कोड योगी के तहत मुफ्त कोडिंग सीखने के लिए पिछड़े तबके के वो छात्र योग्य हं, जिसने 10वीं या 12वीं कक्षा की परीक्षा पास की है। जो छात्र कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं और वित्तीय रूप से सशक्त नहीं है वो भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। वेबीनार में एएमयू ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिस की तरफ से डॉक्टर मुस्सविर मौजूद रहे।