कानपुर देहात। बलाई बुजुर्ग गांव से एक सप्ताह पहले लापता हुए युवक का कंकाल सेंगुर नदी किनारे मिला। परिजनों ने पास में रखे कपड़ों से शिनाख्त की। सूचना पर फाॅरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंची और साक्ष्य संकलित किए। पुलिस ने प्रथमदृष्टया युवक के किसी जंगली जानवर के खाने की संभावना जताते हुए छानबीन शुरू की है।
डेरापुर थाना क्षेत्र के बलाई बुजुर्ग गांव निवासी अजीत सिंह (22) बीती 31 जनवरी को घर से लकड़ी लेने के लिए जंगल में गया था। जिसके बाद से वह घर नहीं लौटा। जिसपर परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कहीं भी सुराग नहीं लगा। जिसपर पुलिस को सूचना दी गई। मामले में युवक की मां विशाखा देवी ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। मंगलवार की दोपहर गांव से करीब दो किलोमीटर दूर सेंगुर नदी किनारे दुर्गंध उठने पर लोगों ने देखा तो कंकाल पड़ा हुआ था। जिस पर पुलिस को सूचना दी गई।
वहीं जानकारी पर पहुंचे परिजनों ने कंकाल के पास रखे कपड़ों से शिनाख्त की। मौके पर पहुंचे एसपी, एएसपी घनश्याम चैरसिया ने पहुंचकर छानबीन की। वहीं फाॅरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य संकलित किए। डेरापुर थाना प्रभारी आदेश चंद्र ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। मामले में सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जा रही है। सेंगुर नदी किनारे मिले कंकाल में नाम मात्र का भी मांस नहीं मिला है। ऐसे में पुलिस के सामने भी घटना को लेकर संशय बना हुआ है। हालांकि पुलिस भले ही जंगली जानवर के खाने की मौत की दिशा में छानबीन कर रही हो, लेकिन ग्रामीणों की मानें तो जंगली इलाके में बाघ, तेंदुआ जैसे जानवर अभी तक नहीं देखे गए हैं। वहीं कंकाल मिलने की जगह से चंद कदम की दूर पर मृतक के कपड़े, शैंपू का पाउच समेत अन्य सामग्री मिली है। फिलहाल पुलिस सभी बिदंुओं को ध्यान में रखकर छानबीन मंे जुट गई है।
कंकाल की शिनाख्त परिजनों ने कपड़ों से की है। प्रथमदृष्टया प्रतीत हो रहा है कि युवक को किसी जंगली जानवर ने खाया है, लेकिन मौत जानवर के हमले से हुई या पहले, इसकी छानबीन की जा रही है।