वाराणसी: मंडुआडीह थाना क्षेत्र के ककरमत्ता में बुधवार को पति के देर रात घर आने की आदत से परेशान विवाहिता ने बाथरूम में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया गया कि विवाहिता ने धर्म परिवर्तन कर निकाह किया था।
पश्चिम बंगाल मिदनापुर निवासी 30 वर्षीय रुखसाना बानो (असली नाम शिवली बैग) की दो साल पहले फेसबुक के जरिये मंडुआडीह ककरमत्ता निवासी शमशेर खान के संपर्क में आई। बाद में दोनों के बीच दोस्ती और प्यार हुआ तो शिवली बैग ने धर्म परिवर्तन कर शमशेर से निकाह कर लिया और वाराणसी चली आई। शमशेर के घर आने पर उसका नाम रुखसाना बेगम रखा गया। निकाह के बाद दोनों को एक बेटा हुआ जिसका नाम सोहेल खान (डेढ़ साल ) है।
शादी के बाद शमशेर को देर रात तक पार्टी की आदत हो गई और वह भोर में घर लौटता था। इसको लेकर रुखसाना का पति से झगड़ा हो जाता था। कई बार समझाने पर भी शमशेर नहीं माना तो रुखसाना ने बुधवार को भोर में बाथरूम में साड़ी का फंदा बनाकर हुक के सहारे फांसी लगा लिया। शमशेर भोर में घर आया और दरवाजा खोलकर बेडरूम में चला गया। अलसुबह अजान के लिए शमशेर की नींद खुली तो देखा कि घर के स्टोररूम और बाथरूम दोनों के गेट बंद थे। उसने दरवाजे पर नॉक किया। अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद उसने परिवार वालों को जगाया। शक होने पर परिजनों ने रोशन दान पर सीढ़ी लगाकर देखा तो रुखसाना फांसी के फंदे में लटक रही थी। परिजनों ने तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी। शमशेर के परिजनों के अनुसार रुखसाना की इससे पहले भी एक शादी हो चुकी थी। पहले पति से पांच साल की बेटी भी है। हालांकि पुलिस पड़ताल कर रही है।