कानपूर न्यूज़: सील होने के बावजूद बेकनगंज स्थित शत्रु संपत्ति रामजानकी मंदिर परिसर में बिरयानी बेच रहे मुख्तार बाबा पर कार्रवाई हो गई. पुलिस और पीएसी की मौजूदगी में उसका कब्जा हटवा दिया गया. इससे पहले अफसरों ने हटने को कहा तो मुख्तार ने विरोध कर समय मांगा. उसके साथ भीड़ सड़क पर आ गई और अधिकारियों का घेराव करने का प्रयास किया पर भारी पुलिस बल देखकर किसी की एक न चली. मुख्तार और उसके परिजनों ने खुद ही गाड़ियों पर सामान लदवाकर घर भिजवा दिया. इसके बाद उसे फिर कब्जा न करने का अल्टीमेटम दिया गया.
रामजानकी मंदिर पर कब्जा कर दशकों से बाबा बिरयानी की दुकान नई सड़क हिंसा का आरोपित मुख्तार बाबा चला रहा था. जांच के बाद पूरे परिसर को कस्टोडियन ने शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया. इसके बाद प्रशासन की टीम ने मुख्तार बाबा व किराएदारों की गिरफ्त वाली छह दुकानों को सील कर दिया था. पुलिस-प्रशासन को चुनौती देते हुए मुख्तार ने दोबारा परिसर में दुकान खोल ली. किराएदारों की भी बंद दुकानों पर कारोबार शुरू करा दिया. सुबह ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी गई.
दो घंटे की मशक्कत के बाद कामयाबी: एसीएम जिया लाल सरोज और सहायक खाद्य आयुक्त द्वितीय विजय प्रताप सिंह बेकनगंज पहुंचे और दुकान बंद करने को कहा. इस पर वह रमजान का हवाला देकर भड़क गया. बोला, 10 दिन बाद दुकान बंद कर देंगे. उसके साथ बड़ी संख्या में लोग आ गए. कारोबार बंद कराने का विरोध होने लगा. ऐसे में तत्काल आधा दर्जन थानों की फोर्स और पीएसी को बुलाया गया. एडीएम सिटी अतुल कुमार से बात कराई गई तो उन्होंने भी सामान हटाने को कहा. दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद राम जानकी मंदिर परिसर खाली कराया गया.