Prayagraj: इस बार ज्योतिर्मठ शिविर में होंगे 324 कुण्डीय पंचदेव महायज्ञ के दर्शन
"ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती 09 जनवरी को कुंभ क्षेत्र में पहुंचेंगे"
प्रयागराज: इस बार जगदगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के मोरी मार्ग और संगम लोवर मार्ग स्थित ज्योतिर्मठ शिविर में 324 कुण्डीय पंचदेव महायज्ञ के दर्शन होंगे। इसके लिए तैयारियां जोरों पर है। ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती 09 जनवरी को कुंभ क्षेत्र में पहुंचेंगे। कुंभ में पधारे करोड़ों श्रद्धालुओं को उनका पावन सानिध्य में 09 जनवरी से 14 फरवरी तक मिलेगा।
यह जानकारी शंकराचार्य के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने दी। कुम्भ में ज्योतिर्मठ शिविर में अनेकों कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। उन्होंने बताया कि गो प्रतिष्ठा हेतु महाकुंभ में 324 कुण्डीय पंचदेव महायज्ञ के दर्शन और सेवा का सुन्दर अवसर मिलेगा। इस दौरान 1100 ब्राह्मणों द्वारा महायज्ञ के दर्शन की अद्भुत झांकी निकाली जायेगी। श्रद्धालुओं को जगद्गुरुकुलम के वैदिक छात्रों के विहंगम दृश्य देखने का अवसर मिलेगा। इस महायज्ञ में प्रत्येक कुण्ड में यज्ञमान बनने के लिए श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इस शिविर में प्रतिदिन विशाल भण्डारे का आयोजन भी होगा।
उन्होंने बताया कि सभी धार्मिक विषयों पर निर्णय के लिए परमधर्मसंसद का 21 दिवसीय विशेष सत्र होंगे। यह परमधर्मसंसद सेक्टर—12 गंगेश्वर चौराहा, संगम लोवर मार्ग के गंगा सेवा अभियानम् शिविर में आयोजित होगा। इस धर्मसंसद में पूरे देश से 1008 लोग प्रतिभाग करेंगे। जिसके लिए धर्मसंसद में 1008 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि परमधर्म संसद सनातन धर्म संसद का आयोजन है। इसमें संत-महंत, महामंडलेश्वर और कथाकार शामिल होते हैं। इस संसद में धर्म से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा होती है। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती छतनाग स्थित 'भारतीयम' शिविर में रात्रि विश्राम करेंगे।