Pratapgarh: अस्पताल में अराजकतत्वों को रोकने के लिए इंट्री पास व्यवस्था

Update: 2024-11-28 06:31 GMT

प्रतापगढ़: मेडिकल कॉलेज के राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय व महिला अस्पताल में बाहरी लोगों से डॉक्टर, कर्मचारी, मरीज व तीमारदार सभी परेशान हैं.महिला दलालों की संख्या अब पुरुष अस्पताल में भी भारी पड़ने लगी है.इन सबके प्रवेश पर रोक लगाने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अस्पताल में प्रवेश के लिए पास व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है.इसके लिए सुरक्षा गार्ड के तौर पर सेना के 36 रिटायर जवान भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

अस्पताल में गेट के पास ही पुलिस चौकी स्थापित होने के बाद भी अस्पताल में अराजकतत्वों का दखल कम नहीं हो रहा है.आए दिन इलाज में बाधा डालते हुए दबंग लोग डॉक्टर व कर्मचारियों से भी मारपीट कर लेते हैं.इसे देखते हुए अब पास व्यवस्था लागू की जाएगी.मरीजों व उनके साथ तीमारदार का पास बनाया जाएगा.बिना पास के किसी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.अब तक मेडिकल कॉलेज में 36 सुरक्षा गार्ड ड्यूटी कर रहे हैं.इनकी संख्या दोगुनी कर 72 की जा रही है.ताकि हर प्वाइंट पर सुरक्षा गार्ड तैनात कर पास से प्रवेश की व्यवस्था लागू की जा सके.

बाहरी वाहनों से भी मिलेगी निजात: मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में डॉक्टर, कर्मचारी व मरीजों से अधिक वाहन बाहरी लोगों (वे लोग जिनका अस्पताल में अपना कोई काम नहीं होता) के होते हैं.शहर में पार्किंग न होने की वजह से लोग अपने चार पहिया वाहन पार्क करने के चक्कर में दिन भर अस्पताल में प्रवेश करते और निकलते रहते हैं.यही नहीं जिन लोगों को अपने चार पहिया वाहन मोड़ने होते हैं वे भी मेन गेट से अपने वाहन लेकर घुसते हैं और इमरजेंसी के सामने एंबुलेंस के बीच से रास्ता बनाते हुए घूमकर बाहर निकल जाते हैं.लेकिन इस दौरान इन वाहनों से कई बार एंबुलेंस ही नहीं बल्कि व्हीलचेयर और स्ट्रेचर का रास्ता भी बाधित हो जाता है.किन्तु पास व्यवस्था लागू होने पर इनके प्रवेश पर अंकुश लगाना आसान हो जाएगा.

जो लोग इलाज कराने नहीं बल्कि अन्य किसी वजह से अस्पताल में भीड़ व अव्यवस्था फैला रहे हैं उनके प्रवेश पर रोक लगाने के लिए पास व्यवस्था लागू की जा रही है.इसके लिए 36 नए सुरक्षा गार्ड भर्ती किए जा रहे हैं.-डॉ. सलिल श्रीवास्तव, प््राचार्य मेडिकल कॉलेज

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