Moradabad: इंजीनियर को 50 मिनट तक रखा डिजिटल अरेस्ट
क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर किया डिजिटल अरेस्ट
मुरादाबाद: मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर साइबर ठगों ने एक इंजीनियर को 50 मिनट तक डिजिटल अरेस्ट रखा.
इंजीनियर की सूझबूझ से वह साइबर ठगों का शिकार होने से बच गए.इससे पूर्व साइबर ठगों ने सोशल साइट पर फर्जी आईडी बनाकर दोस्तों व रिश्तेदारों से पैसे मांगने का प्रयास किया.इंजीनियर का कहना है कि वह को साइबर ठग के खिलाफशिकायत दर्ज कराएंगे.
सिविल लाइंस के रामगंगा विहार निवासी अर्पित गुप्ता इंजीनियर हैं.बताया कि को किसी साइबर ठग ने सोशल साइट पर उनकी फर्जी आईडी बनाकर दोस्तों और रिश्तेदारों से मजबूरी दिखाकर 2000 की मांग की.जिस पर उनकी बहन और जीजा ने फोन पर अर्पित गुप्ता से पैसे मांगने की जानकारी ली.जिस पर अर्पित गुप्ता ने अपने सभी दोस्तों और रिश्तेदारों को इसकी जानकारी दी कि किसी ने उनकी फर्जी आईडी बना ली है. को अर्पित गुप्ता के फोन पर एक कॉल आई.उसने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया था
ठग बोले, आपके दस्तावेजों से हो रही आपराधिक घटनाएं
पीड़ित ने बताया कि ठगों ने उनसे कहा कि आपके दस्तावेजों से कई आपराधिक घटनाएं हो रही हैं.वह सभी लोग आपका ही नाम बता रहे हैं.आपको दो घंटे के अंदर मुंबई आना होगा.जिस पर अर्पित गुप्ता ने कहा कि वह दो घंटे के अंदर मुंबई नहीं पहुंच सकते तो फोन करने वाले ने कहा कि आप अपनी ऑनलाइन हाजिरी लगा सकते हैं.लगभग 50 मिनट की बातचीत के दौरान वह साइबर ठगों के झांसे में नहीं आए.पुलिस थाने में शिकायत की बात कही.ठगों ने फोन काट दिया.