New Noida के लिए जमीन का अधिग्रहण शुरू होगा
जमीन नहीं मिलने पर जिला प्रशासन के जरिए जमीन अधिग्रहित की जाएगी
नोएडा: नए नोएडा के गांवों में जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होगा.इसके लिए प्राधिकरण के सीईओ और ओएसडी समेत अन्य अफसरों ने को पहली बार गांवों का दौरा किया.ये गांव सिकंद्राबाद क्षेत्र के हैं.आपसी सहमति से जमीन नहीं मिलने पर जिला प्रशासन के जरिए जमीन अधिग्रहित की जाएगी.
नए नोएडा को दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र (डीएनजीआईआर) नाम दिया गया है.गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के 80 गांवों में नया नोएडा बसाया जाएगा.नए नोएडा के गांवों का जायजा लेने गए सीईओ डॉ. लोकेश एम, ओएसडी महेंद्र प्रसाद के अलावा एक अन्य ओएसडी क्रांति शेखर सिंह, ग्रेनो प्राधिकरण के नियोजन विभाग की महाप्रबंधक, नए नोएडा के लिए नोडल अधिकारी लीनू सहगल, सिविल विभाग के डीजीएम विजय रावल, तहसीलदार शशि कुमार एवं धर्मवीर भारती के अलावा सिकंद्राबाद तहसील के अधिकारी भी शामिल थे.
अधिकारियों ने सबसे पहले नए नोएडा के अधिसूचित गांवों का निरीक्षण किया.अधिकारी सबसे पहले जोखाबाद और सांवली गांव पहुंचे.इन दोनों गांव के पास प्राधिकरण का अस्थायी दफ्तर खोलने के लिए जमीन की उपलब्धता और उपयोगिता देखी.
इन्हीं गांवों से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.इसके बाद अन्य गांवों का दौरा किया.गांवों का दौरा करने के बाद सीईओ ने सिकंद्राबाद स्थित यूपी पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की.सीईओ ने गांवों के प्रधान और अन्य गणमान्य सदस्यों के साथ बैठक कर आपसी समझौते के आधार पर जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए.नए नोएडा में बिना मंजूरी के कोई भी निर्माण कार्य मान्य नहीं होगा.यदि कोई निर्माण कार्य करता है तो वह अवैध होगा.उसके खिलाफ प्राधिकरण कार्रवाई करेगा.
चार चरणों में काम पूरा किया जाएगा: इस क्षेत्र का विकास चार चरणों में वर्ष 2041 तक किया जाएगा.पहले चरण में 3165 हेक्टेयर जमीन पर विकास कार्य वर्ष 2027 तक पूरे किए जाने हैं.दूसरे चरण में 3798 हेक्टेयर जमीन का विकास वर्ष 2032, तीसरे चरण में 5908 हेक्टेयर जमीन का विकास वर्ष 2037 और अंत में चौथे चरण के तहत 8230 हेक्टेयर जमीन पर विकास कार्य 2041 तक कराने का लक्ष्य रखा गया है.