सोफे पर राजनीति: अखिलेश यादव पर कसा गया था तंज, जानें पूरी सच्चाई

Update: 2021-11-08 08:57 GMT

इटावा: उत्तर प्रदेश में इन दिनों सोफे पर सियासत हो रही है. दरअसल, 3 नवंबर को इटावा की सैफई तहसील के गीजा गांव में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव डेंगू की वजह से जान गंवाने वाले एक पीड़ित परिवार के घर गए थे. इस दौरान अखिलेश जिस सोफे पर बैठे थे, उस पर सियासत शुरू हो गई है.

सैफई तहसील के अंतर्गत ग्राम गीजा में मुकेश बाथम नाम का परिवार रहता है. मुकेश बाथम के पांच बेटे हैं. मुकेश अपने परिवार को पालने के लिए सैफई के बाजार में एक छोटा सा खाने-पीने का होटल खोले हुए हैं. साथ ही खेती कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.
मुकेश के चार नंबर के बेटे की शादी 3 महीने पहले हुई थी, उसका 20 तारीख को डेंगू से निधन हो गया, जिसकी जानकारी मिलने पर अखिलेश यादव उसके घर पहुंचे थे.
मुकेश बाथम ने बताया कि उनके दो बेटों की शादी पिछले 4 महीने के अंदर हुई थी, जिसमें एक बेटा की डेंगू से मृत्यु हो गई है, जिस कारण से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव उनके घर हाल-चाल लेने के लिए आए थे और जिस सोफे पर बैठे थे, वह सफेद रंग का सोफा उसी मृतक बेटे की शादी में 3 माह पूर्व उपहार स्वरूप मिला था.
मुकेश बाथम की मानें तो दूसरा ब्राउन कलर का सोफा भी 4 माह पूर्व उनके दूसरे बेटे की शादी में उपहार में मिला था. शादी में मिले दोनों सोफा सेट और वह टेबल वहीं रखी हुई थी, जिस पर अखिलेश यादव वहां बैठे थे. हालांकि मुकेश ने बताया कि गांव में सैकड़ों की संख्या में लोग बीमार है और डेंगू से पीड़ित हैं.
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