Lucknow लखनऊ: लखनऊ के भिखारियों के लिए एक सुनहरा मौका है। अब उन्हें इस भीख मांगने की मजबूरी से निजात मिलने वाली हैं। जी हां अब भिखारियों को अब अपनी रोजी-रोटी के लिए सड़कों पर दरबदर भटकना नहीं होगा। वे अपनी मेहनत की कमाई से अपना घर चला सकते हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे?
दरअसर, लखनऊ में भीख मांगने वालों को सफाई कर्मचारी की नौकरी प्रदान करने के लिए विशेष कैंप आयोजित किया जा रहा है। इस कैंप के जरिए उन्हें आउटसोर्सिंग के माध्यम से नौकरी उपलब्ध कराई जाएगी। यह कैंप 3 और 4 फरवरी को राजधानी के विभिन्न इलाकों में लगाया जाएगा।
बाल भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चों को भी इस कैंप के माध्यम से चिन्हित किया गया है, और 256 बच्चों को बाल सेवा योजना का लाभ दिया जाएगा।
आपको बता दें कि अक्टूबर में समाज कल्याण विभाग और डूडा के सर्वेक्षण में राजधानी में कुल 5312 भिखारियों की लिस्ट सामने आई थी। जिसमें काफी हैरान कर देने वाले खुलासे हुए थे। राजधानी में भिखारियों ने कमाई के मामले में कई नौकरीपेशा वालों को भी पीछे छोड़ दिया था। सर्वेक्षण के दौरान लखनऊ में कई भिखारियों के पास स्मार्टफोन और पैनकार्ड तक मिले। भिखारियों के धरपकड़ अभियान और सर्वे में ये बात भी सामने आई है की कई भिखारियों की औसतन मासिक आमदनी 90 हजार से 1 लाख रुपये महीना तक है यानी की सालाना आय लगभग 12 लाख रुपये।
सर्वे के मुताबिक, लखनऊ के लोग का भिखारियों को अमीर बनाने में काफी बड़ा हाथ है। रोजाना औसतन 63 लाख रुपये भीख इन भिखारियों को दी जाती हैं।