मेरठ न्यूज़: गंगानगर थाना क्षेत्र अम्हेड़ा में दो भाइयों मीरपाल और विकास की मौत के बाद पुलिस विभाग और आबकारी विभाग की नींद उड़ी हुई है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि दोनों की मौत जहरीली शराब पीने के बाद हुई है। जबकि पुलिस अफसरों का यह बयान कि दोनों की मौत जहरीली शराब से नहीं हुई, संदिग्ध है। जब दोनों की मौत जहरीली शराब पीने से नहीं हुई तो आखिर इसके बाद पुलिस अफसरों ने अपने थाना प्रभारियों को अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश क्यों दिये गये? जबकि सुबह से ही थाना प्रभारी अपने क्षेत्रों में अवैध शराब के खिलाफ अभियान की छापामार कार्रवाई में जुट गये थे।
अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाने के पुलिस अफ सरों के निर्देश के बाद जिले के थानों की पुलिस हरकत में आई। जिसके चलते रविवार सुबह से ही शहर और देहात के थानेदार अपने क्षेत्रों में अवैध शराब का धंधा करने वालों पर शिकंजा कसने निकल गई। पुलिस ने कई स्थानों पर अवैध शराब का संचालन करने वालों के यहां छापे मारे, लेकिन कोई हत्थे नहीं चढ़ पाया, लेकिन सदर थाना पुलिस और परीक्षितगढ़ थाना पुलिस ने अवैध शराब तैयार करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। सदर क्षेत्र में जहरीली शराब तैयार की जा रही थी।
कच्ची शराब में यूरिया मिलाकर हो रही थी शराब तैयार: सदर पुलिस रविवार सुबह से ही अवैध शराब का संचालन और तैयार करने वालों की तलाश में जुट गई थी। पुलिस अफसरों के निर्देश के बाद पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति रहीसुद्दीन पुत्र फइउद्दीन निवासी केसर गंज को गिरफ्तार किया है। जो खादर क्षेत्र से कच्ची शराब लाकर उसमें यूरिया मिलाकर सदर में लोगों को सप्लाई कर रहा था। पुलिस ने रहीसुद्दीन की निशानदेही पर एक जरीकैन महमूला मिश्रित शराब, एक बोतल विसलरी एक लीटर महमूला अपमिश्रित शराब, दो किलो यूरिया, एक प्लास्टिक का कट्टा, प्लास्टिक की बाल्टी बरामद की है। पुलिस ने आरोपी धारा 60 आबकारी अधिनियम के तहत कोर्ट में पेश किया।
जहां से उसे जेल भेज दिया गया। उधर, परीक्षितगढ़ पुलिस ने रविवार सुबह चेकिंग के दौरान नीमका पुल खरकाली वाले रास्ते पर 10 लीटर कच्ची शराब के साथ गिरफ्तार किया है। पकड़े गये व्यक्ति का नाम परमजीत सिंह पुत्र ज्ञान सिंह निवासी नीमका गांव है।