क्राइम न्यूज़: गोवंश तस्करी के मामले में सुर्खियों में आने के बाद असम में मारे गए अकबर बंजारा व सलमान के खिलाफ गैंगस्टर के मुकदमे में जप्तीकरण की कार्रवाई की गई है। पुलिस ने फलावदा में स्थित बंजारा बंधुओं के मकानों को पुलिस ने जब्त कर लिया। पुलिस द्वारा उनके मकानों पर सील लगा दी गई है। कस्बे के मूलनिवासी अकबर बंजारा व उसके भाई सलमान बंजारा के खिलाफ असम में गो तस्करी के मुकदमे दर्ज थे। फलावदा पुलिस द्वारा गोकशी की पटकथा लिख कर कई महीनों पूर्व उनकी गिरफ्तारी की गई थी। गोकशी के साथ ही उनके खिलाफ रंगदारी मांगने का भी मुकदमा दर्ज किया गया था। बाद में दोनों भाइयों को पुलिस आसाम ले गई थी। आसाम में उन दोनों की पुलिस अभिरक्षा में हुए नक्सली हमले में मौत हो गई थी। पुलिस द्वारा तस्करों की संपत्ति के संबंध में जब्तीकरण की कार्रवाई करने के लिए उनके खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा फलावदा थाने में किया गया था। जिसकी विवेचना बहसूमा पुलिस द्वारा की रही थी। गैंगस्टर के इस मुकदमे में पुलिस ने अकबर व उसके स्व. भाई ख्वाजा की पत्नी हसीना तथा पिता पीरु के नाम पर दर्ज तीन मकानों को जब्त किया है। तीनों मकानों की कीमत 40 लाख से अधिक बताई गई है।
इंस्पेक्टर बहसूमा ने बताया कि आरोपियों के परिजनों को जिलाधिकारी द्वारा नोटिस जारी किए गए थे। इस क्रम में शुक्रवार को भारी फोर्स के साथ सीओ कई थानों की पुलिस के साथ फलावदा पहुंच गए। उन्होंने मकानों को खाली कराकर जब्त किये जाने का बोर्ड लगा दिया।इस दौरान काफी अफरातफरी का माहौल रहा।
बेघर हुए तस्करों के परिजन: कस्बे में शुक्रवार को पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान अकबर बंजारा व सलमान के परिजन बिलख पड़े। उन्होंने पुलिस से जवाब मांगने शुरू कर दिए। अकबर की पत्नी का कहना था कि पुलिस ने उसके पति की जान ले ली अब उन्हें घर से बेघर क्यों किया जा रहा है? वह अपने बच्चों को लेकर कहां जाएंगे? पुलिस ने आदेशों का हवाला देकर उन्हें शांत करने का प्रयास किया। लिस फोर्स के आगे लाचार दिखे बंजारा परिवार बैकफुट पर आ गए। उन्होंने घर में रखा जरूरत का सामान निकाल कर सड़क पर रख लिया। इस दौरान मौके पर काफी भीड़ भाड़ एकत्र हो गई। कुछ देर हंगामा भी हुआ, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे मामला शांत हो गया।