बैंकों से ऋण लेने वाले तीन गुना बढ़े
बोझ बीते पांच वर्षों में करीब तीन गुना से अधिक बढ़ा
नोएडा: जिले के लोगों पर कर्ज का बोझ बीते पांच वर्षों में करीब तीन गुना से अधिक बढ़ा है. वित्तीय वर्ष 19 में जिले के लोगों पर 42 हजार करोड़ रुपये का कर्ज था, जो वर्ष 24 फरवरी अंत तक बढ़कर 1.27 लाख करोड़ पहुंच गया.
जिले के अग्रणी बैंक के अनुसार इन पांच वर्षों में सबसे अधिक कारोबार और गृह ऋण लेने वाले बढ़े हैं. वहीं हाल ही के वर्षों में कृषि और व्यक्तिगत ऋण लेने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. इस वर्ष के शुरुआती दो माह में ही तीन हजार करोड़ रुपये का ऋण जिले के लोग ले चुके हैं. जिला अग्रणी बैंक के अनुसार वर्ष -21 और वर्ष 21-22 के वित्तीय वर्ष में व्यक्तिगत ऋण का 25 प्रतिशत तक पहुंच गया था. आर्थिक तंगी से उभरने के लिए लोगों ने व्यक्तिगत ऋण लिया.
बदलते हालातों के बाद धीरे-धीरे व्यक्तिगत ऋण का आंकड़ा कम होता गया. जिला अग्रणी बैंक विदुर भल्ला ने बताया कि वर्तमान की स्थिति की बात करें तो स्थिति ठीक है. बैंकों के पास लोगों को ऋण देने के लिए पर्याप्त मात्रा में रकम है.
जिले में फिलहाल 1.90 लाख करोड़ रुपये की राशि बैंकों में जमा है, जो किसी जिले के लिए काफी अच्छी स्थिति है. वहीं, जानकारों के अनुसार कर्ज की बढ़ती स्थिति को चिंताजनक माना जा रहा है. कारोबारी ऋण की श्रेणी को हटा भी दिया जाए तो करीब 60 प्रतिशत अन्य ऋण लिया गया है. वर्ष 19 में रेपोरेट 5.75 प्रतिशत तक था, जोइन वर्षों में बढ़कर 6.50 प्रतिशत तक पहुंच गया है. रेपोरेट 1.75 प्रतिशत अधिक होने के बाद भी लोग ऋण लेने से पीछे नहीं हट रहे हैं.
ऐसे बढ़ता गया कर्ज:
वित्तीय वर्ष 19- 42 हजार करोड़
वित्तीय वर्ष -21 58 हजार करोड़
वित्तीय 21-22 72 हजार करोड़
वित्तीय 22-23 96 हजार करोड़
वित्तीय 23-24 1.27 लाख करोड़
नोट इस वर्ष की राशि फरवरी तक की है
इन पांच श्रेणी में विभाजित है लोन
कारोबार ऋण 40 प्रतिशत
गृह ऋण 25 प्रतिशत
व्यक्तिगत ऋण प्रतिशत
कृषि 10 प्रतिशत
अन्य 10 प्रतिशत