लखनऊ: समाजवादी पार्टी में इन दिनों 'जोकर पॉलीटिक्स' चल रही है. सपा की सहयोगी पार्टी महान दल के नेता केशव देव मौर्य ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर को एक इंटरव्यू में जोकर कह दिया था. इस पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हां, मैं यूपी का जोकर हूं जिसे हर कोई देखना और सुनना चाहता है.
दरअसल, यूपी में विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले समाजवादी पार्टी के सहयोगियों के बीच खींचतान बढ़ गई है. महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को 'जोकर' कह दिया. बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव की ओर से ओम प्रकाश राजभर को ज्यादा तवज्जो दिए जाने से केशव देव मौर्य नाराज चल रहे हैं.
एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में महान दल के नेता केशव देव मौर्य ने ओम प्रकाश राजभर को 'जोकर' कह दिया था. लखनऊ के सियासी गलियारे में चर्चा है कि जिस तरह अखिलेश यादव हर मौके पर ओम प्रकाश राजभर को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं, उससे सपा के बाकी सहयोगी दल खफा हो गए है. यही वजह है कि एक दूसरे पर बयानबाजी की जा रही है.
केशव देव मौर्य के इस बयान पर ओम प्रकाश राजभर की ओर से प्रतिक्रिया आई है. उनका कहना है, 'महान दल के केशव देव मौर्य ने मुझे जोकर बोला है और मैं इस बात से इत्तेफाक रखता हूं, मैं यूपी का जोकर हूं जिसे हर कोई देखना और सुनना चाहता है, यह जोकर और उसकी जोकर गिरी ही सपा की नैया पार लगाएगी, जिसकी वजह से बीजेपी घबरा गई है.'
ओम प्रकाश राजभर ने कहा, 'ओवैसी को छोड़कर बाकी सब की मुलाकात अखिलेश से करवा चुका हूं, ओवैसी 100 सीट पर चुनाव लड़के यूपी फतह करने का दिन में सपना देख रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि बीजेपी को सिर्फ अखिलेश टक्कर दे सकते हैं और अगर एक नहीं हुए तो उन्हीं का नुकसान है.'
सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा, 'शिवपाल सिंह यादव से अखिलेश यादव की लगातार बात चल रही है, मुलाकात भी हुई है, बस ऐलान की देरी है, मैंने ही आम आदमी पार्टी गठबंधन का सुझाव दिया, उसके बाद संजय सिंह अखिलेश से मिले, बीजेपी केवल लाठी चलाने वाली राजनीति जानती है, उसका विकास से कोई लेना देना नहीं है.
केशव देव मौर्य और ओम प्रकाश राजभर की बयानबाजी का मामला अखिलेश यादव के पास पहुंचा. अखिलेश ने साफ कहा कि गठबंधन में इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए. इसके बाद केशव देव मौर्य ने अपने बयान पर खेद जताया है, लेकिन बयानबाजी से साफ हो गया है कि सपा गठबंधन के अंदर अभी सबकुछ ठीक नहीं है.