Ballia: भूमि विवाद में दो हत्याएं हुई, दरोगा समेत चार पुलिसकर्मी निलंबित
"11 हमलावरों पर केस दर्ज"
बलिया: सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के खरीद गांव में भूमि विवाद को लेकर हुए डबल मर्डर केस में पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि पुलिस ने विवाद की गंभीरता को नजरअंदाज किया और प्रभावी रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। कर्तव्य में लापरवाही, उदासीनता और अनुशासनहीनता के चलते यह जघन्य अपराध हुआ।
चार पुलिसकर्मी निलंबित, दो अफसरों पर विभागीय कार्रवाई
घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने प्रशिक्षु उपनिरीक्षक सुमित सिंह, मुख्य आरक्षी सोहन सोनकर, आरक्षी विशनवीर चौधरी और आरक्षी विजय प्रकाश को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके अलावा, प्रभारी निरीक्षक सिकंदरपुर विकासचंद्र पांडेय और पूर्व हल्का प्रभारी उपनिरीक्षक धर्मवीर यादव की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
डीआईजी का घटनास्थल दौरा, पीड़ित परिवार से मुलाकात
घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। इसी बीच आजमगढ़ रेंज के डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने गुरुवार दोपहर घटनास्थल का मुआयना किया और पुलिस अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। उन्होंने सीओ सिकंदरपुर को सख्त निर्देश दिए कि आरोपियों के खिलाफ कोई कोताही न बरती जाए और कड़ी कार्रवाई की जाए।
डीआईजी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर घटना की पूरी जानकारी ली। परिजनों ने बताया कि पिछले सात महीनों से यह भूमि विवाद चल रहा था और बार-बार पुलिस को सूचना देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों ने पूर्व थानाध्यक्ष को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि अदालत के स्थगन आदेश के बावजूद वह विपक्षियों का समर्थन कर रहे थे और परिवार को डराते-धमकाते रहे।
पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप
परिजनों ने डीआईजी को बताया कि दिसंबर 2024 में हुई मारपीट की घटना में भी पुलिस ने कोई कठोर कार्रवाई नहीं की थी, जिससे हमलावरों के हौसले बढ़ गए। डीआईजी ने अधिकारियों की लापरवाही पर नाराजगी जताई और कहा कि अगर समय पर कार्रवाई होती, तो यह स्थिति नहीं आती।
11 हमलावरों पर केस दर्ज, कई हिरासत में
हत्या के बाद पुलिस हरकत में आई और पीड़िता गीता देवी की तहरीर पर 11 नामजद सहित कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, बलवा और संगठित अपराध सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
बलिया में हुई इस डबल मर्डर की घटना ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। डीआईजी ने इस मामले को लेकर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के संकेत दिए हैं। वहीं, पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है और आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहा है।