मुरादाबाद न्यूज़: दुर्भाग्यवश, किसी हादसे की चपेट में आकर अगर किसी व्यक्ति के दोनों हाथ कट जाएं तो चिकित्सा विज्ञान की अत्याधुनिक तकनीक उसके दोनों हाथों को फिर से लौटा देगी-ऐसा प्लास्टिक सर्जरी के जरिये संभव होगा. रात आईएमए की मुरादाबाद शाखा के तत्वावधान में आईएमए भवन के सभागार में आयोजित हुई सीएमई में दिल्ली के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने इसकी जानकारी दी.
दिल्ली के जेपी अस्पताल में प्लास्टिक सर्जरी के स्पेशलिस्ट डॉ.सौरभ गुप्ता ने बताया कि दोनों हाथों के कट जाने से पीड़ित व्यक्ति में बाइलेटरल हैंड इंपलाट तकनीक इस्तेमाल की जाएगी. पीड़ित में उन हाथों को प्रत्यारोपित किया जाएगा जिन्हें ब्रेन डेड की स्थिति में पहुंचे किसी मरीज के शरीर से अलग किया गया होगा. डॉ.सौरभ गुप्ता ने बताया कि शारीरिक विकृतियों के अलावा दुर्घटना में अंग अलग हो जाने, कैंसर के इलाज में हटा दिए जाने वाले हिस्से को दोबारा लगा देना अब प्लास्टिक सर्जरी के माध्यम से संभव हो गया है. पैर की हड्डी या टिशू से बनाकर क्षतिग्रस्त या अलग हो गए अंग को दोबारा लगाया जाने लगा है. बताया कि कुछ दिन पहले थ्रेशर की चपेट में आकर हाथ कट जाने से पीड़ित व्यक्ति अत्याधुनिक प्लास्टिक सर्जरी की मदद से हाथों को दोबारा हासिल कर सका. क्रिटिकल केयर विभाग के डायरेक्टर डॉ.शैलेंद्र गोयल ने आईसीयू में मरीजों के बेहतर इलाज के लिए उपलब्ध हुईं तकनीकों व तरीकों के बारे में जानकारी दी. बताया कि एक्मो तकनीक के माध्यम से एल्यूमिनियम फास्फेट के विष का सेवन कर लेने वाले व्यक्ति का जीवन बचाना संभव हो गया है. यह विष हृदय की कार्यप्रणाली को धीमा कर देता है. इस तकनीक के माध्यम से विष के उतरने तक पीड़ित का दिल सुचारू रूप से कार्य करता रह सकता है. हार्ट के साथ ही फेफड़ों की कार्यप्रणाली सुचारू बनाए रखने के लिए एक्नो आदि अत्याधुनिक तकनीकें कारगर हो रही हैं. सीएमई की अध्यक्षता आईएमए मुरादाबाद ब्रांच के अध्यक्ष डॉ.जितेंद्र कुमार शर्मा ने की. सचिव डॉ.सीमा मिड्ढा ने आख्या प्रस्तुत की.