Mirzapur: अब तक 1 करोड़ से अधिक भक्तों ने किए मां विंध्यवासिनी के दर्शन किए
"विंध्याचल में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब"
मिर्जापुर: महाकुंभ 2025 के दौरान विंध्याचल में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। अब तक एक करोड़ से अधिक भक्त मां विंध्यवासिनी के दर्शन कर चुके हैं। श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जिससे जिला प्रशासन को सुरक्षा के मद्देनजर तीन दिनों के लिए विशेष प्रबंध करने पड़े हैं। माघी पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को अब तक की सबसे बड़ी भीड़ का अनुमान है।
सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के इंतजाम: श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने काशी विश्वनाथ और अयोध्या मंदिर की तर्ज पर सुरक्षा इंतजाम किए हैं। विंध्याचल मंडल के कमिश्नर बालकृष्ण त्रिपाठी खुद स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और विंध्याचल में डेरा डाले हुए हैं। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर पल-पल की जानकारी ली जा रही है।
पिछले रविवार और सोमवार को 15 लाख से अधिक श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए पहुंचे थे। इस दौरान बढ़ती भीड़ को संभालना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया था। भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए प्रशासन ने घाटों और नगर क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए हैं।
यातायात व्यवस्था में बदलाव: भीड़ के कारण मिर्जापुर शहर और आसपास के क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। बड़े वाहनों को विंध्याचल क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। इसके बावजूद, लाखों गाड़ियां धीमी गति से चल रही हैं, जिससे वाराणसी-प्रयागराज मार्ग पर लगातार जाम की स्थिति बनी हुई है। अधिकारियों को स्वयं मौके पर जाकर यातायात प्रबंधन करना पड़ रहा है।
जिलाधिकारी ने बताया कि माघी पूर्णिमा पर दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। इसके लिए नवरात्रि मेले जैसी विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। घाटों पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल और जल पुलिस तैनात है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
अपर जिलाधिकारी शिवप्रताप शुक्ल ने बताया कि अधिकांश श्रद्धालु प्रयागराज से यहां पहुंच रहे हैं और काशी जाने से पहले मां विंध्यवासिनी के दर्शन कर रहे हैं। वाराणसी से लौटने वाले भक्त भी विंध्याचल धाम पहुंच रहे हैं, जिससे यहां की भीड़ लगातार बढ़ रही है।
विंध्याचल में श्रद्धालुओं का यह सैलाब महाकुंभ के प्रभाव को दर्शाता है और प्रशासन पूरी सावधानी से भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कर रहा है।