Noida: एसजीएसटी ने प्राधिकरण से बिल्डरों को आवंटित भूखंडों का ब्योरा मांगा
"इसके लिए नोएडा प्राधिकरण को पत्र भेजा"
नोएडा: शिकायतों और गड़बड़ियों की आशंका को देखते हुए एसजीएसटी ने नोएडा प्राधिकरण से ग्रुप हाउसिंग और व्यावसायिक बिल्डरों को आवंटित भूखंडों से संबंधित ब्योरा मांगा. इसके लिए नोएडा प्राधिकरण को पत्र भेजा है.
पत्र में कहा गया कि पिछले पांच साल में किन-किन बिल्डर कंपनियों को प्राधिकरण ने जमीन आवंटित की. बिल्डर कंपनियों को किन सेक्टर में कितने आकार का भूखंड, उसकी कीमत, बिल्डर की तरफ से जमा कराए गए पैसों समेत अन्य बिंदुओं पर जानकारी मांगी है. इनमें ग्रुप हाउसिंग और व्यावसायिक बिल्डरों के बारे में अलग-अलग प्रारूप में जानकारी मांगी गई है. प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि जीएसटी विभाग की तरफ से बिल्डरों के बारे में जानकारी मांगने का पत्र प्राप्त हुआ है. एक सप्ताह में जानकारी मुहैया करा दी जाएगी.
ठेकेदार, दरोगा और तीन सिपाहियों पर मुकदमा दर्ज
गंगा एक्सप्रेसवे के लिए मिट्टी उठाने के बाद किसान को मुआवजा न देने तथा पुलिस से मिलकर धमकाने के आरोप में नोएडा के दो ठेकेदारों समेत कोतवाली में तैनात हलका दरोगा और तीन सिपाहियों पर मुकदमा दर्ज हुआ .
कोतवाली क्षेत्र के गांव मंगरौला निवासी वीर सिंह का कहना है कि गंगा एक्सप्रेसवे पर मिट्टी डालने के लिए नोएडा के ठेकेदार मुशाहिद चौधरी और अमजद ने कई किसानों से बात की थी. उन्हें कहा कि खेत से मिट्टी उठवाने पर वह छह हजार रुपये प्रति फीट प्रति बीघा मुआवजा के संग खेत भी समतल कराकर देंगे. वीर सिंह और रुखालू गांव निवासी विजेंद्र गुर्जर समेत कई किसानों ने अपने खेतों से मिट्टी उठवा दी. वीर सिंह का कहना है कि उसके बकाया 56800 रुपया ठेकेदार ने नहीं दिए. कोर्ट के आदेश पर मुशाहिद चौधरी व अमजद, हलका दरोगा व सिपाही शिव सिंह, सोनू सिंह व पंकज कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.