Noida: साइबर जालसाजों ने सवा करोड़ ऐंठे

पीड़ितों ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की

Update: 2024-07-24 05:27 GMT

नोएडा: अलग-अलग तरीकों से साइबर जालसाजों ने व्यक्तियों के साथ करोड़ 36 लाख से अधिक रुपये की ठगी कर ली. पीड़ितों ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की है. पुलिस उन खातों की जानकारी त्र कर रही है, जिनमें ठगी की रकम ट्रांसफर हुई .

साइबर क्राइम थाने में दी शिकायत में प्राइवेट फर्म यूटीसीआइपीएल नामक कंपनी में बतौर इंजीनियर अपनी सेवाएं दे रहे सेक्टर-93 स्थित एक्सप्रेस व्यू अपार्टमेंट निवासी सुरिंदर पाल सिंह ने बताया कि बीते साल दिसंबर में उन्हें अनजान व्यक्ति द्वारा वाट्सएप ग्रुप पर जोड़ लिया गया. ग्रुप में शेयर बाजार संबंधी जानकारियां और लुभावने ऑफर दिए जा रहे थे. साथ ही 200 से 300 प्रतिशत लाभ की जानकारियां डाटा एनालिसिस के जरिये दी गई. इसके बाद जालसाजों ने डीमेट अकाउंट की जगह मोबाइल पर ऐप डाउनलोड कराया. इसमें न्यूनतम लाख रुपये निवेश करने के लिए कहा गया. पीड़ित ने झांसे में आकर निवेश कर दिया. इसके बाद साथ 10 लाख रुपये निवेश का लालच दिया. पीड़ित ने जालसाजों के झांसे में आकर धीरे-धीरे करके करोड़ 35 लाख 73 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए. पीड़ित ने जब पांच लाख रुपये निकालने की कोशिश की तो रकम नहीं निकली. शक होने पर पीड़ित ने जब जालसाजों के नंबरों पर कॉल की तो पता चला कि संबंधित नंबर बंद हैं या रेंज से बाहर हैं. ठगों ने तकनीकि कारण बताकर पूरी धनराशि ब्लॉक कर दी.

मुनाफा तो मिला नहीं 95 लाख भी गए य्ही नहीं इसी प्रकार की ठगी बिहार के मुजफ्फरपुर के अभिषेक के साथ भी हुई है. वर्तमान में सेक्टर-134 में रह रहे अभिषेक ने बताया कि बीते 5 अप्रैल को उन्हें मोबाइल पर स्टॉक मार्केट में निवेश की जानकारी कुछ अनजान व्यक्तियों ने दी. इसके बाद शिकायतकर्ता को सोशल मीडिया के ग्रुप पर जोड़ा गया. शुरुआत में डीमैट अकाउंट में ट्रेडिंग कराई गई. बाद में ठगों ने मोर्गन स्टानले नाम से व्यक्ति का परिचय शिकायतकर्ता को कराया. इसके बाद ठगों ने शेयर बाजार में ट्रेडिंग के नाम पर 95 लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए. पीड़ित के मुताबिक उन्होंने स्त के खाते से भी धनराशि ट्रांसफर की. रुपये वापस मांगने पर ठगों ने इनकार कर दिया.

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