Kedar Samman से नवनीत पाण्डे और प्रज्ञा रावत सम्मानित किए गए

Update: 2024-06-24 12:23 GMT
Banda/Lucknow बांदा/लखनऊ । मुक्तिचक्र जनकवि केदारनाथ अग्रवाल स्मृति सम्मान Muktichakra People's Poet Kedar Nath Agarwal Memorial Award से उनके स्मृति दिवस 22 जून पर दो कवियों को स्मृति चिन्ह तथा सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान कवि, नाटककार, बालकवि व गीतकार नवनीत पाण्डेय (बीकानेर , राजस्थान) को वर्ष 2023 के लिए तथा कवयित्री एक्टिविस्ट प्रज्ञा रावत (भोपाल) को वर्ष 2024 के लिए प्रदान किया गया। सम्मान समारोह का आयोजन जैन धर्मशाला, स्टेशन रोड, बाँदा में 'मुक्तिचक्र' पत्रिका तथा जनवादी लेखक मंच की ओर से संयुक्त रूप से किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि एवं गीतकार जवाहर लाल जलज ने की और संचालन किया 'मुक्तिचक्र' के संपादक गोपाल गोयल ने। बीज वक्तव्य बाँदा की जनवादी परम्परा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने वाले प्रखर आलोचक, उम्दा कवि व व्यंग्य में अपने ठेठ देशी अंदाज में साहित्य सर्जना करने वाले प्रखर वक्ता उमाशंकर सिंह परमार ने दिया।
सम्मान समारोह चार सत्रो में बंटा था। पहला सत्र सम्मान का था। दूसरे सत्र में सम्मानित कवियों ने कविता पाठ किया। इनके साथ बाँदा जनपद व जनपद के सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आये हुए कवियों ने भी अपनी कविताएं सुनाईं। सत्र की अध्यक्षता प्रो रामगोपाल गुप्त जी ने की तथा संचालन किया कवि दीन दयाल सोनी ने। कार्यक्रम के तृतीय सत्र में बांदा कचहरी परिसर में अशोक त्रिपाठी जीतू जी द्वारा स्थापित करवाई गई बाबू केदारनाथ अग्रवाल की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता अशोक त्रिपाठी जीतू ने की। संचालन प्रज्ञा रावत के सुपुत्र मल्लहार ने की । कार्यक्रम का समापन केदारनाथ अग्रवाल की प्रिय नदी केन के तट पर कवि गोष्ठी से हुआ। इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कवि नवनीत पाण्डे ने की।
सम्मान समारोह के विशिष्ट अतिथि के रूप में डा0 रामगोपाल गुप्ता पूर्व प्राध्यापक Dr. Ram Gopal Gupta, Former Professor (पं० जे० एन महाविद्यालय बाँदा) तथा रणजीत सिंह एडवोकेट पूर्व बार एशोशिएशन अध्यक्ष रहे। जबकि कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी करने वाले वक्ताओं में फतेहपुर से चलकर आये कवि-आलोचक प्रेम नन्दन, आनन्द सिन्हा एडवोकेट पूर्व अध्यक्ष बार एशोशिएशन, अशोक त्रिपाठी जीतू एड. पूर्वअध्यक्ष बार एशोशिएशन बाँदा , डीसीडीएफ के पूर्व अध्यक्ष सुधीर सिंह, नगर पालिक के पूर्व अध्यक्ष संजय गुप्ता, प्रो० बीडी प्रजापति, डॉ० रामचन्द्र सरस जिलाध्यक्ष भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी बाँदा, जनवादी लेखक मंच के कोषाध्यक्ष नारायन दास गुप्ता, जनवादी लेखक मंच के मीडिया प्रभारी कालीचरण सिंह, डॉ0 शिव प्रकाश सिंह, डॉ० सबीहा रहमानी (हंगामा), ठाकुर दास पंक्षी, चन्द्र प्रकाश व्यथित, मनोज कुमार मृदुल, संजय लश्करी, निखिल बुन्देली, मदन सिंह, पवन सिंह पटेल, मुकुन्द जी, राम औतार साहू, मूलचन्द्र कुशवाहा एवं बाँदा के साहित्य जगत से जुड़े कवि-लेखकों ने अपनी-अपनी रचनाओं से जनकवि केदारनाथ अग्रवाल जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर कार्यक्रम के संयोजक गोपाल गोयल जी ने एक सुखद जानकारी यह दी कि कृष्ण मुरारी पहरिया की पिचहत्तर कविताओ के संकलन का अनावरण वर्ष 2025 में मुक्तिचक्र जनकवि केदारनाथ अग्रवाल स्मृति सम्मान के अवसर पर किया जायेगा । पहारिया जी की हस्तलिखित प्रति की सुखद सूचना दिल्ली से आये पत्रकार मुकुन्द जी ने दी । इस अवसर पर वरिष्ठ कवि एवं जनवादी लेखक मंच के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामऔतार जी के काव्य संग्रह " फूल पत्थर तोड़ते हैं"का विमोचन भी किया गया । कार्यक्रम के समापन में जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आये हुए साहित्यकारों तथा विद्वतजनों का आभार मुक्तिचक्र पत्रिका सम्पादक एवं जनवादी लेखक मंच के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोपाल गोयल जी ने किया ।
दूसरे दिन 23 जून को अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रगतिशील किसान के गाँव बड़ोखर में जाकर कविता पाठ हुआ जिसकी अध्यक्षता प्रेम सिंह ने की। संचालन उमाशंकर सिंह परमार ने किया। यह कविता पाठ व चर्चा पूरी तरह से प्रकृति एवं पर्यावरण के संरक्षण को समर्पित रही। इसके साथ भारतीय संस्कृति के पहलुओं तथा खेत-किसान के साथ साथ गाँव की परम्पराओं पर विस्तार से चर्चा हुई। इस तरह भीषण गर्मी के बावजूद बांदा में दो दिन साहित्य समाज जुटा और केदारनाथ अग्रवाल को याद करते हुए उनकी प्रगतिशील व संघर्षशील परंपरा को आगे बढ़ाने के अपने संकल्प को दोहराया।
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