बिजनौर। यूपी के बिजनौर जिले के नगीना थाना क्षेत्र के चमरावाला में पुरानी रंजिश के चलते एक 23 वर्षीय युवक को उसके पड़ोसी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर पहले उसकी हत्या कर दी और फिर शव को एक बोरे में डालकर गढ्ढा खोदकर दबा दिया। मृतक की पहचान भुपेंद्र उर्फ बिरजू के रूप में हुई है। पुलिस ने यह जानकारी दी है। नगीना थाना प्रभारी (एसएचओ) धीरेन्द्र गंगवार ने बताया कि 10 अगस्त को पिता धनपाल द्वारा नगीना पुलिस स्टेशन में पुत्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ता ने कहा कि उसका पुत्र 9 अगस्त से उसके घर से बिना किसी सूचना के गायब है।
एसएचओ ने कहा, जांच के दौरान, शेखर, अरविंद और ब्रजेश उर्फ ठकरा का नाम सामने आया। मृतक के पिता ने उसे तीनों के साथ आखिरी बार देखा था।
प्रारंभिक जांच के दौरान, यह पता चला कि मृतक और शेखर के बीच पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। एसएचओ ने कहा, निरंतर पुछताछ पर आरोपियों ने हत्या के मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। इसके बाद उन्हें कानून की उचित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि एक आरोपी अभी फरार है। आरोपी की निशानदेही पर मृतक के शव को नदी किनारे एक गड्ढे से बरामद किया गया।
स्थानीय पुलिस ने शव का पंचायतनामा भर पोस्टमार्टम के लिए जिला शवगृह भेजा है। एसएचओ ने कहा कि आरोपी शेखर, अरविंद और ब्रजेश उर्फ ठकरा ने जुर्म कबूल किया है। पुलिस पुछताछ में आरोपी शेखर ने बताया कि पानीपत में एक फैक्टरी में दोनों मजदूरी करते थे। किराए के पैसे को लेकर दोनों के बीच मारपीट हो गई थी। इसी बात को लेकर शेखर मृतक से रंजिश रखता था। वहीं एक साल पहले भूपेंद्र के पिता व आरोपी ब्रजेश के पिता में विवाद हुआ था। विवाद के चलते 7 अगस्त को भूपेंद्र और अरविंद के बीच पहले बहस हुई और बाद में झगड़ा हो गया था। इसी बात से परेशान होकर शेखर और अरविंद ने अपने सहयोगियों नौबहार और ब्रजेश उर्फ ठकरा के साथ अपनी योजना पर चर्चा की।
बाद में शेखर, नौबहार और ब्रजेश के साथ मिलकर 8 अगस्त को भुपेंद्र की गर्दन काटकर हत्या कर दी और बाद में शव को एक बोरे में डालकर खो नदी किनारे एक गड्ढे में दबा दिया। एसएचओ ने कहा कि आरोपी शेखर, अरविंद और ब्रजेश उर्फ ठकरा को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि आरोपी नौबहार अभी भी फरार है। आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।