निकाय चुनाव कर गया गठबंधन में ‘खटास’ पैदा, सपा ने कई ऐसी सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिये
मेरठ: निकाय चुनाव सपा-रालोद के मजबूत गठबंधन में खटास पैदा कर गया। प्रथम चरण तक तो गठबंधन ठीक चला। रालोद ने गठबंधन धर्म निभाते हुए सहारनपुर मेयर और मुजफ्फरनगर सिटी, बुढ़ाना में अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं उतारे, लेकिन दूसरे चरण का जैसे ही नामांकन आरंभ हुआ तो सपा ने कई ऐसी सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिये, जहां पहले से ही रालोद के प्रत्याशी चुनाव मैदान में खड़े थे। इस तरह से सपा-रालोद निकाय चुनाव में कई सीटों पर आमने-सामने ताल ठोकते हुए दिखेगा। सपा-रालोद के बीच अचानक पैदा हुई खटास से भाजपा तो खुश हैं, लेकिन सपा-रालोद नेताओं के बीच बैचेनी साफ देखी जा सकती हैं।
बिजनौर जनपद में बिजनौर सिटी से सपा ने स्वाती वीरा और रालोद ने रुखसाना प्रवीण, हल्दौर में रालोद अमर सिंह पम्मी व सपा आमने-सामने हो गई। इसी तरह से धामपुर में रालोद से रवि चौधरी और सपा से मतलूब आमने-सामने ताल ठोंकेंगे। रालोद व सपा के बीच गठबंधन लगातार चल रहा है। निकाय चुनाव में भी गठबंधन का दावा किया जा रहा था, लेकिन इस गठबंधन की अब हवा निकलती हुई दिख रही हैं। रालोद के नेताओं ने गठबंधन होने का ऐलान किया था, लेकिन सपा ने यहां रालोद का जोर का झटका धीरे से दे दिया है।
रालोद के सामने बिजनौर व बागपत में अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार दिए हैं। बागपत जनपद में रालोद-सपा के गठबंधन में ‘दरार’ पड़ गई हैं। सपा ने खेकड़ा नगर पालिका से अध्यक्ष पद के लिए संगीता धामा व बड़ौत नगर पालिका से अध्यक्ष पद के लिए रणधीर प्रधान को प्रत्याशी बनाया है, जबकि खेकड़ा में रालोद ने रजनी धामा को प्रत्याशी बनाया है। यहां रालोद व सपा के प्रत्याशी आमने-सामने होंगे। हालांकि बड़ौत की हॉट सीट हैं, उस पर अभी सपा-रालोद ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। रालोद वहां के प्रत्याशी को लेकर मंथन कर रहा है। सपा की पहली सूची जैसे ही जारी हुई तो रालोद को भी झटका लगा है।
रालोद के पदाधिकारी तक इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर सपा ने यहां प्रत्याशी क्यों उतार दिए? यही नहीं सपा व रालोद के बीच यहां गठबंधन को लेकर किसी तरह की बैठक तक नहीं हुई। यही नहीं, यहां यह भी चर्चा तक नहीं हुई कि सपा को कौन सी सीट दी जाएगी और रालोद के पास कौन-कौन सी सीट होंगी? सपा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ने पहली सूची जारी करके अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं।
रालोद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी सुनील रोहटा ने भी देर शाम को एक बयान जारी कर कहा कि नगर निगम मेरठ पर भी रालोद अपना मेयर पद के उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारेगा। इस बयान के बाद स्पष्ट हो गया कि रालोद-सपा गठबंधन में दरार आ गई हैं। रालोद ने अपने प्रत्याशियों को सिंबल भी जारी कर दिये हैं, जिसके बाद स्पष्ट हो गया है कि रालोद अब कदम पीछे खींचने वाला नहीं हैं। निकाय चुनाव में गठबंधन टूटने पर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भी सपा-रालोद के बीच गठबंधन को लेकर संशय की स्थिति पैदा हो गई हैं।
भाजपा में दो बड़े नामों पर चर्चा
भाजपा के संभावित मेयर प्रत्याशियों की सूची क्षेत्रीय कार्यालय से फाइनल होने के बाद लखनऊ पहुंच गई हैं, लेकिन भाजपा सूत्रों का कहना है कि भेजी गई सूची के अलावा दो बड़े जाट नामों को लेकर भाजपा शीर्ष नेतृत्व चर्चा कर रहा हैं। एक बड़े कवि हैं, जो जाट जाति से ताल्लुक रखते हैं। उनके नाम पर भाजपा शीर्ष नेता प्रत्याशी के रूप में फाइनल मुहर लगा सकते हैं। इनके अलावा एक बड़े डॉक्टर हैं, उनके नाम पर भी चर्चा चली हैं। अब देखना ये है कि इनमें से किसी एक को ही भाजपा फाइनल कर सकती हैं।
इससे पहले कहा जा रहा था कि पंजाबी समाज से ही किसी प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। इससे इतर राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी नरेन्द्र प्राजपत के नाम को लेकर अडिग हैं। इसी वजह से नरेन्द्र प्रजापति का नाम भी टॉप पर लिया जा रहा हैं। अब भाजपा किसके नाम पर फाइनल मुहर लगाती हैं, ये देखना बाकी हैं। साथ ही भाजपा की सूची 20 अपै्रल तक आएगी, यह भी भाजपा सूत्र बता रहे हैं।
रालोद से मेयर प्रत्याशी हो सकती हैं मनीषा
सपा-रालोद गठबंधन में ‘दरार’ आने के बाद रालोद मेयर पद के लिए मनीषा अहलावत को चुनाव मैदान में उतार सकता हैं। इसको लेकर रालोद के शीर्ष नेताओं की सोमवार को दिल्ली में बैठक हुई, जिसमें सपा के गठबंधन धर्म नहीं निभाने पर कई महत्वपूर्ण सीटों पर रालोद प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय किया गया हैं। इसकी पुष्टि रालोद के मीडिया प्रभारी सुनील रोहटा ने की हैं। उनका कहना है कि मेरठ मेयर पद के लिए अब रालोद चुनाव लड़ेगा। प्रत्याशी कौन होगा?
यह तो सुनील रोहटा ने नहीं बताया, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया कि रालोद मेयर का चुनाव लडेÞगा। रालोद के मेयर पद का उम्मीदवार घोषित कर देने के बाद महानगर के चुनाव की स्थिति बदल जाएगी। क्योंकि चुनाव का परिदृश्य ही बदल जाएगा। रालोद जिलाध्यक्ष मतलूब गौड़ ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि मेयर पद के लिए रालोद उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारेगा। प्रत्याशी कौन होगा, इसको लेकर उन्होंने कुछ नहीं बताया। रालोद के रुख के बाद सपा में खलबली मच गई हैं।
सपा नेता पार्टी राष्टÑीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तक राजनीति में जो वर्तमान में उठापटक शुरू हुई है, उसके बारे में बताया। सपा के स्थानीय नेता नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर रालोद ने अचानक राजनीतिक पलटी मार दी हैं। अब तक रालोद नेताओं ने ऐलान किया था सपा प्रत्याशी सीमा प्रधान को चुनाव लड़ायेंगे। अचानक रालोद नेताओं ने जो बयान जारी किये हैं, उससे तो यही स्पष्ट हो रहा है कि रालोद चुनाव में सपा के सामने ताल ठोकेंगी।