मथुरा न्यूज़: मगोर्रा थाना क्षेत्र के गांव आजल में एक महिला ने अपनी दो बेटियों को विषाक्त खिलाकर खुद भी विषाक्त खा लिया. तीनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां मां और एक बेटी की मौत हो गई, जबकि दूसरी बेटी की हालत चिंताजनक बनी हुई है. ग्रामीणों का कहना है कि महिला बेटा न होने से तनाव में रहती थी. पुलिस का कहना है कि किसी ने भी इस बारे में कोई तहरीर नहीं दी है और शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया है.
अनुसार नौहझील के बिरजूगढ़ी निवासी नीरज और उसकी बहन मीनू की शादी मगोर्रा क्षेत्र के गांव आजल निवासी सगे भाई उदयवीर सिंह और सौदान सिंह के साथ वर्ष 2007 में हुई थी. शादी के बाद उदयवीर सिंह की पत्नी नीरज देवी के तीन पुत्रियां हुईं. ज्योति (12) कक्षा 7 में, जिया (11) कक्षा 6 में और सबसे छोटी मोहिनी उर्फ गुंजन (7) कक्षा दो में गांव के ही सरकारी विद्यालय में पढ़ती हैं. बताया गया कि रात करीब 930 बजे उदयवीर सिंह खेत पर पानी लगाने के लिए जाने लगा तो उसकी पत्नी नीरज ने उसे रोका और कहा कि वह खेत पर पानी लगाने न जाए लेकिन उदयवीर नहीं माना. उदयवीर खेत पर पानी लगाने चला गया. इसके बाद रात करीब 1130 बजे जब उदयवीर खेत पर पानी लगाकर लौटा तो उसने देखा कि नीरज देवी और बेटियां ज्योति और मोहिनी उल्टी कर रही थीं. यह देख उदयवीर ने ज्योति से पूछा कि क्या हुआ, उल्टी क्यों कर रही हो? ज्योति ने उदयवीर को बताया कि मां ने कुछ गोलियां खाने को दी थीं. उसे खाने के बाद उल्टियां हो रही हैं. यह देख उदयवीर ने उससे पूछा कि गोलियां कहां हैं? तो ज्योति ने बताया कि टांड़ पर रखी हैं. टांड़ पर उदयवीर ने देखा तो वहां सल्फाश की गोलियां थीं जो पत्नी और बेटियों ने खा ली थीं.
शोर मचाने पर एकत्र हुए लोग जहर की सुनकर उदयवीर ने शोर मचा दिया और पड़ोसियों को बुलाया. शोर सुनकर नीरज का भाई सौदान और उसका परिवार तथा अन्य पड़ोसी वहां पहुंच गये. तुरंत ही तीनों (नीरज देवी, ज्योति और मोहिनी) को अस्पताल ले जाया गया. वहां पर नीरज देवी (38) और मोहिनी उर्फ गुंजन (7) की मौत हो गई. एक बेटी ज्योति की हालत गंभीर है.
गांव में छाया मातम मां-बेटी (नीरज देवी और मोहिनी) की मौत से गांव में मातम छा गया. बताया गया कि नीरज सभ्य और शालीन थी. गांव वाले इस बात पर आश्चर्यचकित थे कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया.
बेटा न होने से थी परेशान ग्रामीणों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नीरज के तीन बेटियां थीं. वह बेटा न होने के कारण परेशान रहती थी. वह बहुत सभ्य और शालीन थी.
एक ही चिता पर मां-बेटी का अंतिम संस्कार नीरज देवी व बेटी मोहिनी उर्फ गुंजन की मौत होने पर परिजनों ने एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया.
नहीं कराया पोस्टमार्टम सूचना मिलने पर सीओ राम मोहन शर्मा, थाना प्रभारी निरीक्षक मनिंदर कुमार और सौंख चौकी प्रभारी संदीप कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये. चौकी प्रभारी ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया. इस बारे में किसी ने भी कोई तहरीर नहीं दी है.
नीरज को जहर खाने से रोक लिया बच्चियों ने
ग्रामीणों ने बताया कि उदयवीर ने भी गोलियों को खाने का प्रयास किया लेकिन तभी उसकी पत्नी नीरज ने बच्चियों से कहा कि वह अपने पिता को गोली न खाने दें, यह जहर है. यह सुन ज्योति और जिया ने पिता उदयवीर को पकड़ लिया और गोलियां नहीं खाने दीं.
घटना से पहले शादी में हुई थीं शामिल
गांव में उदयवीर सिंह के पड़ोस में एक शादी थी, जहां पर उदयवीर सिंह का परिवार भी गया था. शादी समारोह में नीरज देवी अपनी बेटियों के साथ शामिल हुई थीं. तब किसी को यह अंदेशा नहीं था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी.