झाँसी न्यूज़: राजीव इंटरनेशनल स्कूल के पूर्व मेधावी छात्र ध्रुव छापड़िया ने राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) में 656/720 अंक हासिल कर डॉक्टर बनने की अपनी पहली उड़ान शानदार तरीके से पूरी कर ली है. ध्रुव ने ऑल इंडिया स्तर पर 5457 रैंक हासिल की है.
ध्रुव की इस सफलता से उसके माता-पिता धीरज और प्रिया छापड़िया न केवल खुश हैं बल्कि कहते हैं कि उनके बेटे की नींव मजबूत करने में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है. ध्रुव कक्षा एक से 10वीं तक राजीव इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ा. ध्रुव के पिता और छटीकरा के पास संचालित छापड़िया आई सेंटर के संचालक डॉ. धीरज छापड़िया का कहना है कि ध्रुव ने बचपन से ही डॉक्टर बनने का लक्ष्य निर्धारित कर लिया था. मां प्रिया छापड़िया का कहना है कि ध्रुव रात-दिन पढ़ाई करता था तथा खाली समय में उसे म्यूजिक सुनना तथा बैडमिंटन खेलना पसंद है. आरके एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, प्रशासनिक अधिकारी केडी डेंटल कॉलेज नीरज छापड़िया तथा राजीव इंटरनेशनल स्कूल के शिक्षकों ने ध्रुव को शानदार सफलता के लिए बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है
दृष्टि ने नीट में हासिल की सफलता
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा घोषित नीट यूजी के परीक्षा परिणाम में एसीएमओ डा.देवेन्द्र अग्रवाल की पुत्री दृष्टि अग्रवाल ने 638 अंक प्राप्त करके सफलता हासिल की है. हाईस्कूल एवं इंटर में दृष्टि के नंबर 90 प्रतिशत से अधिक थे. उसने विश्व लक्ष्मीनगर स्थित घर से ही ऑनलाइन तैयारी की. उसकी इच्छा थी कि वह डाक्टर बने और लोगों की सेवा करे. माता-पिता का भी सहयोग मिला.
शिक्षामित्र के बेटे ने की नीट की परीक्षा पास
गुदड़ी अगर हौसले बुलंद हों तो सफलता आपके कदम अवश्य चूमती है. उक्त कहावत को मथुरा जिले की गोवर्धन तहसील के गांव हाथिया के निवासी राधाकांत कटारा के पुत्र कृष्णकांत कटारा द्वारा अपने पहले ही प्रयास में नीट द्वारा घोषित परिणाम में 650 अंक प्राप्त कर 731 वी रैंक हासिल कर चरितार्थ कर दिया है. मेधावी छात्र कृष्णकांत ने 10 वीं में 96 प्रतिशत और 12 वीं में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त कर एलन कोचिंग कोटा में नीट की तैयारी की. इनके पिता राधाकांत शिक्षामित्र हैं.