प्रतापगढ़। जनपद में नौतपा के पांचवें दिन बुधवार को सबसे गर्म दिन रहा। जिले में अब तक के सारे रिकार्ड टूट गये, पारा 45.6 डिग्री तक पहुंच गया। हीट स्ट्रोक से दो लोगों की मौत हो गई। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।प्रतापगढ़ में कई साल बाद पारा 45 डिग्री के पार पहुंचा है। भीषण गर्मी की वजह से हीट स्ट्रोक, उल्टी, दस्त और सिरदर्द के मरीजों की संख्या में बाढ़ आ गई है। मेडिकल कालेज से सम्बद्ध राजा प्रताप बहादुर अस्पताल और निजी अस्पतालों में लू के शिकार मरीजों की संख्या में एकाएक इजाफा हुआ है। सोमवार को राजा प्रताप बहादुर अस्पताल की ओपीडी में 1200, मंगलवार को 1150 और बुधवार को 1240 मरीज पहुंचे। इनमें से अकेले मेडिसिन विभाग में 20 फीसदी मरीज पहुंचे। कुल 258 मरीज उल्टी, दस्त, बुखार और हीट स्ट्रोक के रहे। वहीं, बाल रोग विभाग में मंगलवार को 95 व बुधवार को 70 बच्चे पहुंचे, जो लू के शिकार हो गए थे।
रानीगंज के ढिंढौसी निवासी 85 वर्षीय हरिकांत शुक्ल को तेज बुखार होने पर बुधवार को राजा प्रताप बहादुर अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी सांसे थम गई। लालगंज क्षेत्र के गोखाड़ी निवासी 56 वर्षीय श्याम सुंदर सिंह बुधवार को आटा चक्की से घर आए तो उनकी तेज गर्मी से तबीयत खराब हो गई। लालगंज ट्रामा सेंटर ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।इस सम्बन्ध में सीएमओ डा. जीएम शुक्ल ने बताया हीट स्ट्रोक से मौत की जानकारी नहीं है। इनके बारे में पता किया जा रहा है। वहीं सनई अनुसंधान केंद्र के मौसम विज्ञान प्रेक्षक देशराज मीना ने बताया कि बुधवार को न्यूनतम तापमान 29.5 व अधिकतम अब तक का सर्वाधिक तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने जनपदवासियों से गर्मी को लेकर सतर्क और सुरक्षित रहने की अपील की है।