Meerapur: उपचुनाव के टिकट को लेकर जयंत ने दिल्ली बुलाये सभी दावेदार

Update: 2024-10-23 07:11 GMT

मुजफ्फरनगर: मीरापुर उपचुनाव के नामांकन में अब केवल दो दिन शेष है, शुक्रवार शाम तक नामांकन किया जा सकता है। ऐसे में भी रालोद अपने प्रत्याशी का फैसला नहीं कर पा रहा है, मंगलवार को पार्टी सुप्रीमो ने सभी दावेदारों को दिल्ली बुलाकर उनसे टिकट को लेकर चर्चा की है।

राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने मंगलवार को मीरापुर उपचुनाव के लिए सभी दावेदारों को दिल्ली बुलाया। जयंत ने पार्टी के सभी दावेदारों को दिल्ली बुलाया और अंतिम क्षणों में उन्हें अपने मंत्रालय में बुलाकर उनसे चर्चा की। सभी से अलग – अलग बात करके भी, उनकी राय जानी कि उन्हें टिकट क्यों मिले और उन्हें न मिले तो किसे दिया जाए ?

दरअसल मीरापुर उपचुनाव एनडीए के गठबंधन में रालोद के हिस्से में आया है। इस सीट पर रालोद के आधा दर्जन से ज्यादा नेता दावेदारी कर रहे हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी की तरफ से भी पूर्व सांसद राजपाल सैनी, पूर्व विधायक मिथलेश पाल और पूर्व विधायक विक्रम सैनी ने भी अपने बेटे के लिए दावेदारी की है। मिथलेश पाल तो गत दिवस अपने समर्थकों के साथ दावेदारी करने रालोद दफ्तर भी पहुंची थी।

सूत्रों के मुताबिक राजपाल सैनी की दावेदारी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से भी बल मिला था और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी इस संबंध में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी से दिल्ली आकर मिले भी थे। बताया जाता है कि मुज़फ्फरनगर के पूर्व सांसद संजीव बालियान और कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, पूर्व मंत्री योगराज सिंह भी राजपाल सैनी के ही नाम की पैरवी कर रहे थे।

यह खबर जैसे ही सार्वजनिक हुई तो रालोद खेमे के नेताओं में हंगामा मच गया। दरअसल राजपाल सैनी लोकसभा चुनाव से कुछ पहले ही राष्ट्रीय लोकदल छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में गए थे, जिसे मुद्दा बनाकर रालोद नेताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को स्पष्ट कह दिया कि राजपाल सैनी नहीं, बल्कि पार्टी के ही किसी नेता को उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए।

सूत्रों के मुताबिक बिजनौर के सांसद चंदन चौहान ने भी राजपाल सैनी को टिकट दिए जाने का प्रबल विरोध किया है और उन्होंने पार्टी नेतृत्व से साफ-साफ कहा कि इस सीट पर पिछली तीन पीढ़ी से उनके परिवार का प्रभुत्व रहा है, ऐसे में इस बार भी सबसे ज्यादा हक उनकी पत्नी याशिका चौहान का है। रालोद खेमे में याशिका चौहान को सबसे मजबूत दावेदार माना भी जा रहा है।

मंगलवार को जयंत चौधरी ने सभी नेताओं को स्पष्ट कह दिया है कि वह अपने नामांकन के कागज तैयार करके तैयारी कर ले, उन्हें अंतिम क्षणों में बता दिया जाएगा कि किसको नामांकन दाखिल करना है, उसको सिंबल दे दिया जाएगा।

संभावना है कि 24 अक्टूबर की शाम या 25 की सुबह ही दावेदार को बताया जाएगा कि वह अपना सिंबल ले ले, फिलहाल याशिका चौहान समेत अजीत राठी,संदीप मलिक, प्रभात तोमर, रमा नागर, रामनिवास पाल और संजय राठी जैसे पार्टी नेता इस सीट पर अपनी दावेदारी मजबूती से कर रहे हैं और सभी टिकट मिलने को लेकर बहुत आशान्वित भी है।

पार्टी नेताओं का मानना है कि अब यह तो तय हो गया है कि राजपाल सैनी का टिकट नहीं होगा, याशिका या इनमें से किसका टिकट होगा, इसका खुलासा नामांकन के अंतिम क्षणों में ही हो पाएगा l

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