मथुरा: प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली जनहानि के रोकथाम और आपदाओं से बचाव के उपायों की पूरी जानकारी आपको एक क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद ही मिल जाएगी. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने डिजिटल माध्यम से भूकंप, आकाशीय बिजली, सर्पदंश एवं बाढ़ से बचाव के उपायों को क्यूआर कोड के माध्यम से जारी किया है. इस कोड को कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल से स्कैन कर आपदाओं से बचाव के उपायों को अपने मोबाइल पर ही जान सकता है.
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा विभिन्न् माध्यमों से आपदाओं से हो रही जनहानि को जागरूकता से रोकने व न्यूनीकरण करने के लिए जागरूकता अभियान लगातार चलाया जा रहा हैं. इसी क्रम में यह कोड विकसित किया गया है. इसके अलावा प्राधिकरण द्वारा विद्यार्थियों के लिए एक ई-चित्रकला बुक भी तैयार कराई गयी है, जिससे चित्रकला के माध्यम से भूकंप, अग्निकांड जैसी आपदाओं से बचाव के बारे में जान सके. इस ई बुकलेट को जिले के सभी स्मार्ट क्लास संचालित स्कूल में उपलब्ध कराने के लिए डीआईओएस और बीएसए को निर्देश दिए गए हैं.
इस बारे में सुशील कुमार, आपदा विशेषज्ञ ने लोगों से आग्रह किया है कि प्रत्येक व्यक्ति दामिनी व सचेत ऐप को अपने मोबाइल में डाउनलोड करें और अपने परिचित लोगों को भी इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए जागरूक करें, जिससे हर व्यक्ति को मौसम पूर्व चेतावनी मिल सके. प्रशासन एवं जन-मानस के संयुक्त प्रयासों द्वारा आपदाओं से होने वाली हानि को कम किया जा सकता है.
सभी तहसीलों में फसली नुकसान का सर्वे शुरु
मथुरा. जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर सभी तहसीलों में फसली नुकसान का सर्वे शुरु हो गया है. यह सर्वे कार्य बारिश के मौसम की समाप्ति तक जारी रहेगा. इस बारे में डीएम ने कहा है कि तहसील क्षेत्रों में सर्वे कार्य की मॉनीटरिंग संबंधित एसडीएम करेंगे. तहसीलों से फसली सर्वे की प्रतिदिन की रिपोर्ट अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व कार्यालय भेजी जाएगी.