Lucknow: अस्पताल के परिसर में मिले महिला के शव की शिनाख्त अभी तक नहीं हुई
अस्पताल में लगे सीसीटीवी से भी फुटेज धुंधली होने से पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका
लखनऊ: कांशीराम अस्पताल के परिसर में मिले महिला के शव की शिनाख्त नहीं हो सकी. पुलिस ने अस्पताल के आसपास के इलाकों में भी पूछताछ की. पर सफलता नहीं मिली. अस्पताल में लगे सीसीटीवी से भी फुटेज धुंधली होने से पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका है. शिनाख्त न हो पाने से रविवार को महिला का पोस्टमार्टम नहीं हो सका.
बीते की सुबह अस्पताल में निर्माणाधीन एमआरआई बिल्डिंग के पास झाड़ी में महिला का शव पड़ा मिला था. उसके कपड़े अस्त व्यस्त थे इससे दुष्कर्म कर हत्या की आशंका थी. चेहरा भी झुलसा हुआ था. मौके पर डीसीपी पूर्वी समेत फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र कर जांच पड़ताल की थी. फिलहाल महिला की पहचान न हो पाने से पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
मामले में थाना प्रभारी अशोक दुबे ने बताया कि महिला के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है. आसपास के इलाकों में पूछताछ भी की जा रही है. लेकिन फिर भी अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है. मृतका की पहचान के प्रयास किये जा रहे हैं.
रात में नहीं होती है पुलिस की गश्त अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि परिसर के चारों तरफ पहले पुलिस की एक जेब्रा रात के समय में गश्त करती थी. लेकिन अब वहां पर पुलिस की गश्त भी बंद हो गई है. जिस कारण से आरोपित महिला के शव को फेंकने में सफल हुए हैं. गश्त फिर से शुरू हो क्योंकि अस्पताल के पीछे की तरफ अराजकतत्व घूमते हैं.
जल्द पूरा होगा करोड़ कारतूस बनाने का ऑर्डर: अदाणी डिफेंस के स्माल कैलिबर एम्युनेशन मैनुफैक्चरिंग प्लांट में सेना के लिए करोड़ एलएमजी जैसे छोटे हथियार के कारतूस बनाने का काम तेजी से चल रहा है. इस लक्ष्य को कंपनी को इसी साल पूरा करना है.अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के मुताबिक तय लक्ष्य के मुताबिक काम हो रहा.
2025 में दो लाख राउंड लार्ज कैलिबर आर्टिलरी और टैंक एम्युनिशन की यूनिट लग चुकी है. इन्हें बनाने की कवायद कंपनी में की जा रही है. 2026 में 50 लाख राउंड मोर्टार, मोर्टार बम जैसे मीडियम कैलिबर एम्युनिशन बनाने का लक्ष्य है. मैनुफैक्चरिंग प्लांट में यूनिट लगाने की भी तैयारी हो रही है. तोप, मशीनगन, पिस्टल, रिवाल्वर, ग्रेनेड, रॉकेट, मोर्टार, मोर्टार बम बनाए जाएंगे. इसमें 40 एमएमआरपी ग्रेनेड राउंड्स, 40 एमएम लो वेलोसिटी एचई ग्रेनेड, सभी प्रकार के एमएम के रॉकेट,एमएम मोर्टार बनेंगे. सेना की सालाना जरूरत की एक चौथाई हथियारों की आपूर्ति होगी.