Lucknow: सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने अपहरण का खुलासा किया
साइबर ठगी करवाने को किया था युवक का अपहरण
लखनऊ: राजधानी के थाना सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में एक को नौकरी का झांसा देकर उसका अपहरण करने वाले आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस ने आठ शातिर अपराधियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। साथ ही इनके कब्जे से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किया है।
एसीपी दक्षिणी ने बत कि किरन यादव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पवन कुमार पटेल पुत्र सुरेशचन्द्र पटेल निवासी ग्रामकटरा दुर्घा पो- पुरवारा पाना- लालगंज जनपद प्रतापगढ़ द्वारा सूचना दी गयी कि 25 अगस्त को उनके चचेरे भाई अंकित पटेल पुत्र रामसजीवन पटेल व उसके दोस्त अनीश कुमार सिंह पुत्र उदय प्रताप सिंह जो भिलाई थाना भिलाईनगर जनपद -दुर्ग छत्तीसगढ़ को एक जानने वाले अविनाश मिश्रा द्वारा फोन के माध्यम से टिकट बुक कर कम्प्यूटर का काम करने के लिए प्रयागराज बुलाया था। जब ये लोग प्रयागराज पहुंचे तो एक थार गाड़ी से चार व्यक्तियों द्वारा झांसा देकर कम्प्यूटर का काम दिलाने के बहाने जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर अपहरण कर लखनऊ ले आये तथा थाना क्षेत्र सुशान्त गोल्फ सिटी के लोटस पब्लिक स्कूल के पास सेक्टर न्यू ए फोर के पास किसी फ्लैट में जहां पर 8 लोग पहले से मौजूद थे को सौंप कर बाकी लोग वहां से चले गये। उन 8 लोगों द्वारा पीड़ित डरा धमकाकर एक कमरे में बन्द कर दिया तथा उनसे साइबर उगी का काम कराना चाहते थे किसी तरह अपहत व्यक्ति ने मौका पाकर घटना की जानकारी परिवारिजनों को दी तथा वहां की लोकेशन अपने परिवारके ग्रुप को वॉट्सएप के माध्यम से दी।
जिसपर परिजनों ने मामले की सूचना पाकर मामले की जांच में जुट गई और आठ युवकों को गिरफ्तार करने में कामियाबी हासिल की है। राजा खां पुत्र बिलाल खां निवासी भिलाईनगर थाना सेक्टर 6,सैलाब दीवान पुत्र आलोक दीवान निवासी ग्राम जेवरा सिरसा थाना जेवरा,अमन सिंह पुत्र शम्भूनाथ निवासी कु्सीपार लेवर कालोनी ,सुज्वाय पुत्र एम पाल निवासी बी थाना सेक्टर 6,राज नारायण पाल पुत्र मुन्ना लाल पाल निवासी थाना सेक्टर 6 जनपद दुर्ग छत्तीसगढ़,महेश्वर विश्वकर्मा पुत्र भाष्कर विश्वकर्मा निवासी बाबा कालोनी मिलन चौक ,जितेन्द्र साह पुत्र स्व. रोहित साहू निवासी भिलाई पावर हाउस शारदा पारा, सचिन कुमार शाह पुत्र मदन शाह निवासी कैन्ट 2 भिलाई गणेश चौक थाना छावनी जनपद दुर्ग छत्तीसगढ़ से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि ये लोग आनलाइन महादेव गेमिंग एप्प के माध्यम से लोगों का पैसा लगवाकर कमाई करते हैं।
उसी ऐप का यूजर आईडी पासवर्ड देने के लिए अंकित कुमार पटेल व अनीस कुमार सिंह ने इन लोगों से तीन लाख रुपये लिया था। आईडी पासवर्ड मांगे जाने पर अंकित व अनीस ने मना किया तो इन्हें किसी तरह प्रयागराज बुलाकर हम लोगों द्वारा इनका अपहरण कर लखनऊ लाया गया। इनके द्वारा लागिन आईडी व पासवर्ड न देने के कारण हमनें इन्हें कमरे में बन्द कर दिया। अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि इनकी आय का जरिया महादेव गेमिंग एप्प से ही होता है इन्होंने कई बार इस ऐप के जरिये कमाई की है।
जिसमें बैंक खाते खरीदते हैं जिसमें बचत खाते 25 से 30 हजार रुपये में और करन्ट अकाउण्ट 40 से 45 हजार रुपये में लेते हैं कुछ बैंक खाते ये लोग खुद अलग अलग आईडी पर खलवाते हैं और पैसों का लेन अलग अलग खातों में कराते हैं। इनके द्वारा यह ऐप व्हाट्रसएप व टेलीग्राम के लिंक द्वारा लोगों को भेजा जाता है तथा लोगों सेटास्क के नाम पर पैसा जमा कराते हैं तथा ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुँचाने के नाम पर ठगी करके रुपये अकाउण्ट में जमा कराकर फिर उस पैसा को अन्य अकाउण्ट में ट्रांसफर कराकर निकाल लेते हैं।
पुलिस द्वारा शिकायत अगर अकाउण्ट को फ्रीज कर दिया जाता है तो उन खातों का प्रयोग इनके द्वारा नहीं किया जाता है तथा कूछ दिनों बाद लैपटाप मोबाइल व सिमकार्ड को नष्ट कर देते हैं तथा अपना स्थान भी बदल देते हैं। यहां कुछ दिनों पहले ही आकर किराये पर कमरा लेकर अपना काम शुरू करना चाहते थे लेकिन यूजर आईडी व पासवर्ड न मिलने के कारण काम शुरू नहीं कर पाये थे कमरे में मौजूद इलैक्ट्रानिक उपकरणों लैपटाप, व अधिक संख्या में मोबाइल फोन व एटीएम चेक बुक क्यूआर कोड बाक्स के सम्बन्ध में पूछताछ की तो बताए कि इन सब का प्रयोग अपने इसी गेमिंग एप्प के संचालन में करते हैं तथा क्यू आर कोड को व्हाट्सए्प व टेलीग्राम के जरियेभेजकर पैसा मंगाया जाता है।