Lucknow: आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार

एसटीएफ ने अभियुक्त के कब्जे से कई फर्जी दस्तावेज को किया बरामद

Update: 2024-11-11 03:21 GMT

लखनऊ: एसटीएफ यूपी एवं मिलेट्री इन्टेलीजेन्स की संयुक्त कार्रवाई के दौरान आर्मी कैन्टीन में बिलिंग व चैंकिंग स्टाफ असिस्टेट के पद पर नौकरी लगवाने व फर्जी डिपेन्डेन्ट आईडेनटिडी कार्ड बनवाने के नाम पर ठगी करने वाले अभियुक्त विक्रम सिंह सिकरवार उर्फ आदित्य उर्फ राजन को सेना के कई फर्जी दस्तावेजों सहित गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। एसटीएफ ने अभियुक्त के कब्जे से कूटरचित एक परिचय पत्र भारतीय सशस्त्र सेना,तीन डिपेन्डैन्ट , एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक डीएल, एक मुहर 509 आर्मी बेस वर्क्सशाप, एक नेम प्लेट राजन कुमार के नाम पर, एक मोबाइल फोन , एक सेना कलर का बैग, एक सेना कलर की वर्दी जिस पर पैरा का बैज लगा है, तीन फीती सफेद रंग की, एक बेल्ट, एक जोड़ी काले बूट, व बैरल कैप , एक बाइक और दो हजार रुपये नकद बरामद किया है।

एसटीएफ यूपी को आर्मी कैंटीन में बिलिंग व चेकिंग स्टाफ असिस्टेंट के पद पर नौकरी लगवाने व डिपेन्डेन्ट आईडेनटी कार्ड बनवाने के नाम पर (जिससे आर्मी ऐरिया के अन्दर प्रवेश करने वाले कार्ड) के प्रतिबन्धित क्षेत्र में फोटो लेने, सोशल मीडिया में अपलोड करने और फौज के नाम पर अवैध वसूली की सूचना मिलिट्री इंटेलिजेंस इकाई, लखनऊ से प्राप्त हो रही थी। इस संबंध में एसटीएफ की टीम काम कर रही थी। इसी क्रम में जानकारी मिली कि आर्मी कैंटीन में बिलिंग व चेकिंग स्टाफ असिस्टेंट के पद पर नौकरी लगवाने व डिपेन्डेन्ट आईडेनटी कार्ड बनवाने के नाम पर ठगी करने वाला व्यक्ति पीआर गेट ग्राण्ड होटल छावनी आगरा क्षेत्र मे ंहै। उक्त सूचना पर निरीक्षक यतीन्द्र शर्मा एसटीएफ फील्ड इकाई आगरा की टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुंच कर एक व्यक्ति को आवश्यक घेराबन्दी कर पकड़ लिया गया, जिसने अपना नाम विक्रम सिंह उर्फ आदित्य बताया ।

गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि मैं ग्राम थिरावली, थाना फरह मथुरा का निवासी हूं। वर्तमान में पेटीएम साउण्ड वाक्स स्टाल करने के काम के साथ-साथ लोगों से फौज में नौकरी लगवाने की ठगी करता हॅू। मैंने सितम्बर 2024 में पवन सोनी, पुष्पेन्द्र सिंह, गोविंद, राजाराम सभी निवासीगण ग्राम कचौरा, थाना अछनेरा, आगरा की आर्मी कैंटीन में बिलिंग व चेकिंग स्टाफ असिस्टेंट के पद पर नौकरी लगवाने व डिपेन्डेन्ट आईडेनटी कार्ड बनवाने के नाम पर 20 हजार रुपए की ठगी की थी। इस कार्य में कुछ धन मैने ऑन लाइन व नकद लिया था, एवं कुछ के डिपेन्डेन्ट आईडेनटी कार्ड लेने के लिए इनको बुलाया था।

फौजी हुलिया, पहनावा एवं फर्जी आर्मी आईडेनटी कार्ड के आधार पर मैं सेना के प्रतिबन्धित क्षेत्र में अन्दर जा चुका हूॅ। मैंने पूर्व में सेना की भर्ती देने के लिए आगरा में टेस्ट दिया था और इसी दौरान भर्ती के नाम पर लड़कों से 2015 में ठगी की थी, जिसके कारण मैं सेना पुलिस द्वारा पकड़ा गया और जेल गया। इसके उपरान्त थाना न्यू आगरा से वर्ष-2018 में जेल गया था। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना सदरबाजार, कमिश्नरेट आगरा में कार्रवाई की जा रही है। 

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