अलीगढ़ न्यूज़: यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने के लिए 28 लाख रुपये सलाना पैकेज की नौकरी छोड़ आईएएस बने आयुष गोयल बुधवार को पिसावा के गांव जलालपुर में अपने परिजनों से मिलने पहुंचे तो जोरदार स्वागत हुआ। बाबा हरीशचंद्र को पोते आयुष ने आईएएस बनकर सपना पूरा किया तो परिजनों की आंखें खुशी के आंसुओं से गीली हो गईं।
आयुष के पिता सुभाष चंद्र गोयल की दिल्ली में किराने की दुकान है। मां मीरा गोयल हाउस वाइफ हैं। परिजनों के मुताबिक आयुष की पढ़ाई के लिए पिता को 20 लाख रुपये का लोन तक लेना पड़ा था। आयुष शुरुआत से ही एक होनहार छात्र रहे। उन्होंने हाईस्कूल की परीक्षा में 91.02 प्रतिशत अंक हासिल किए, इंटरमीडिएट में 96.2 फीसदी नंबर से पास हुए थे। दिल्ली के हंसराज कॉलेज से अर्थशास्त्रत्त् में स्नातक किया। उसके बाद केरल के आईआईएम कॉरिडोर से एमबीए किया और मुंबई में जेपी मॉर्गन कंपनी में 28 लाख रुपये सालना पैकेज पर नौकरी करने लगे, लेकिन आयुष का सपना आईएएस अधिकारी बनने का था। अपनी इच्छा माता-पिता को बताई तो उन्होंने नौकरी छोड़ कर तैयारी करने के लिए हां कर दी। आयुष ने पहली बार में ही यूपीएससी की परीक्षा पास की। उन्होंने 171वीं रैंक हासिल की।
बुधवार को गांव जलालपुर में आईएएस अधिकारी बन जाने पर आयुष पहुंचे तो कस्बा व गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। गांव पहुंचने पर सभी ने फूल मालाएं पहनाते हुए मिठाइयां खिलाकर जोरदार स्वागत किया गया हैं। आयुष मसूरी में आईएएस की ट्रेनिंग पर जाने से पहले अपने गांव तथा कस्बा में अपने चाचा पवन गोयल, विष्णु गोयल व अन्य परिवारीजनों से मिलने के लिए गांव पहुंचे थे। जहां सभी बुजुर्गों के चरण वंदन कर आशीर्वाद लिया।
इस मौके पर चेयरमैन प्रतिनिधि राजबाबू शर्मा, पूर्व प्रधान गंगाशरण गुप्ता, जयप्रकाश अग्रवाल, ज्ञानचंद अग्रवाल, भूपेंद्र स्वरूप गोयल, डॉ. वीरपाल सिंह, पूर्व प्रधान सतपाल सिंह, वेदवीर सिंह, कपिल अग्रवाल, चंदा डीलर, गुलशन गोयल, कुंवरपाल अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल, मूला सेठ आदि मौजूद थे।