Kushinagar राजापाकड़/कुशीनगर: तमकुही विकास खंड के ग्राम पंचायत बरवाराजापाकड़ के टोला सपही बरवा में हनुमान भजन मंडल के तत्वावधान में आयोजित सप्त दिवसीय आठवें राधा अष्टमी समारोह के अंतिम दिन मंगलवार की सायं कथावाचक आचार्य पं. विनय पांडेय ने झांकी सहित सुदामा चरित्र का वर्णन किया। कथा सुनकर श्रद्धालुओं का हृदय द्रवित हो उठा।
कथावाचक ने कहा कि 16708 रानियों के साथ भगवान ने अपनी गृहस्थी सानंद चलाते हुए अपने को नृग की कथा सुनाई। कहा कि ब्राह्मण के धन का भूलकर भी दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। राजा पौण्ढृक ने भगवान के स्वरूप का नकल किया था भगवान ने उसे भी मुक्ति प्रदान की। कथावाचक ने अनिरुद्ध उषा विवाह, देवकी के सभी पुत्रों वापस कराने आदि प्रसंगों की चर्चा करते हुए कहा कि भागवत कथा जीव को जगत व माया का वास्तविक बोध कराकर ब्रह्म से मिलने की चर्चा है। इस कथा के श्रवण से जन्म मरण से मुक्ति मिलती है। वंशजों
दिन में पं संजय चतुर्वेदी व पं दीपक मिश्र ने श्रीमद् भागवत महापुराण का परायण सुनाया एवं संगीत पर पंकज त्रिपाठी संतोष श्रीवास्तव व छोटे लाल शर्मा ने संगत की। इसके पूर्व तुर्कपट्टी एसओ संजय कुमार ने व्यास पीठ का पूजन कर कथा का शुभारंभ कराया। इस अवसर पर पूर्व जिपंस मनोज गुप्ता, शिक्षक मनीष राय, नरेन्द्र राय, राजपति कुशवाहा, एडवोकेट अशोक राय, रमेश श्रीवास्तव, आदि मौजूद रहे।