जेई सुसाइड मामला : सामने आयी वजह

Update: 2022-08-08 04:12 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : लखनऊ में पत्नी गीता व बेटी प्राची के साथ खुदकुशी करने वाले जेई शैलेन्द्र कुमार को नौकरी दिलाने के नाम पर 16-16 लाख रुपये बेरोजगारों ने दिये थे। कुछ युवकों ने पांच लाख रुपये भी दिये हैं। जेई और उसकी पत्नी के बैंक खातों में भी कई बार 10 लाख रुपये से अधिक की रकम एक बार में ही जमा होने का जिक्र मिला है। खुदकुशी से एक महीने पहले से उसके खाते में मामूली रकम का ही लेन-देन होने लगा था। जानकीपुरम पुलिस को दो दिन में ऐसी ही जानकारी हाथ लगी है। वहीं जेई को बीकेटी में 54 हजार वर्ग फीट विवादित जमीन खरीदवाने वाला चचेरा भाई राजू अभी भी पुलिस को बयान देने नहीं पहुंचा है।

एसीपी अलीगंज विजय राज सिंह के मुताबिक अब यह साफ हो रहा है कि जेई के खुदकुशी करने के पीछे जमीन का फर्जीवाड़ा और नौकरी के नाम पर रुपये लेना ही मुख्य कारण बना है। दो सुसाइड नोट मिलने के बाद उलझी गुत्थी अब सुलझने लगी है। पहले सुसाइड नोट में शैलेंद्र श्रीवास्तव, मोबीन, नरेंद्र सिंह व संतोष शुक्ला को जिम्मेदार ठहराया गया था जबकि दूसरे नोट में चचेरे भाई राजू पर विवादित जमीन खरीदने का आरोप लगाया गया था। राजू से पूछताछ नहीं हो चुकी है। वहीं चौथा आरोपित संतोष शुक्ला पुलिस के सम्पर्क में आ गया है। उसने भी बताया कि तीन लोगों से उसने ही नौकरी के नाम पर रुपये लेकर जेई को दिये थे। संतोष ने भी खुद को नौकरी दिलाने के लिये रुपये दिये थे।
परिचितों की नौकरी के लिये रुपये दिये
पुलिस का कहना है कि कई लोगों ने अपने परिचितों को नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख से लेकर 16 लाख रुपये तक वसूली की और अपना कमीशन काट कर जेई को रुपये दिये। अब इन लोगों का पूरा ब्योरा जुटाया जा रहा है। हालांकि पुलिस के सामने तीन लोग ही आये हैं। पुलिस का कहना है कि रविवार को इटौंजा में तेरहवीं का आयोजन था। पुलिस का कहना है कि सोमवार को अगर चचेरा भाई राजू नहीं आयेगा तो उसके गांव में पुलिस भेजी जायेगी।
source-hindustan
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