बस्ती: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विचारक जनेश्वर मिश्र को उनकी तेरहवीं पुण्य तिथि पर याद किया गया। रविवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में निवर्तमान जिलाध्यक्ष एवं बस्ती सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि समाजवादी आन्दोलन के योद्धा जनेश्वर मिश्र का योगदान वैचारिक दृढ़ता के रूप में हमारे सामने है । डॉ. लोहिया के विचारो को आत्मसात कर छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र ने तमाम युवाओ को समाजवादी संघर्ष व विचार से जोड़ा और राजनीतिक सक्रियता प्रदान किया। डॉ. लोहिया के विचारो के लिए संघर्ष करने वाले लोक बंधु राज नारायण को भी जनेश्वर मिश्र अपना नेता मानते थे । प्रखर वक्ता जनेश्वर मिश्र उर्फ छोटे लोहिया समाजवाद की चलती फिरती पाठशाला थे। नई पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये।
विधायक कविन्द्र चौधरी 'अतुल' समीर चौधरी, जावेद पिण्डारी, सिद्धेश सिन्हा, अरविन्द सोनकर, ने जनेश्वर मिश्र के योगदान को रेखांकित करते हुये कहा कि वे कार्यकर्ताओ और साथियो को सम्मान देने में सदा आगे रहे। छोटे लोहिया का स्पष्ट कहना था कि मुद्दे जन संपर्क व संघर्ष से बनते है ,वे चिंतित रहते थे कि अब समाजवादी जन संघर्ष से अलग हो रहे है तथा मेरी मृत्यु के बाद मेरे भवन में रह रहे कार्यकर्ताओ का क्या होगा ? छोटे लोहिया आज हमारे बीच नहीं है, उनके विचार व संघर्ष समाजवादी विचारो पर चिंतन करने वालो, राजनीति करने वालो के लिए सदैव प्रेरक रहेंगे। कहा कि जनेश्वर मिश्र को सदैव गरीब कार्यकर्ताओं की चिन्ता रहती थी, वे बड़े मन के नेता थे। उनका सम्पूर्ण जीवन बेदाग रहा। उन्होने समाजवाद को आखिरी सांस तक जिया, उनके विचार सदैव प्रेरणा देते रहेेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से राम सिंह यादव, मो. जावेद, मो. सलीम, मो. उमर, राजेन्द्र चौधरी, गीता भारती, धीरसेन निषाद, राजेन्द्र गुप्ता, गौरीशंकर यादव, भोला पाण्डेय, बालकृष्ण चौधरी, राजेन्द्र यादव, राम कृपाल यादव, मो. हारिश, भोलू अंसारी, यूनूस आलम, दाउद खान, जहीर अंसारी, युगुल किशोर चौधरी, रवि गुप्ता, के साथ ही पार्टी के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।