Lucknow: पुल की जर्जर हालत के बाद मरम्मत का काम जारी
ऊंची सड़क से एक्सपेंशन ज्वाइंट धंसे
लखनऊ: पनकी मंदिर के पास बने रेलवे ओवरब्रिज में मानकों की अनदेखी से पुल की जर्जर हालत के बाद मरम्मत का काम जारी है. 600 मीटर पुल के 18 एक्सपेंशन ज्वाइंट में आठ जगहों पर चलने में वाहनों को झटके लगते हैं. पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर रविदत्त और सेतु निगम के अफसरों की जांच में यह पाया कि ठेकेदार ने जहां सड़क बनाई, वह ऊंची हो गई. एक्सपेंशन ज्वाइंट नीचे चले गए और समतल न होने से झटके लगने लगे. अब इन ज्वाइंटरों को उखाड़ सड़क के बराबर में समतल कराया जा रहा है. विधायक सुरेंद्र मैथानी ने पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद मरम्मत के लिए इसे बंद किया गया. को मैथानी दोबारा पुल का निरीक्षण करने पहुंचे और मुख्यमंत्री को पत्र भेज कमियों की शिकायत कर दी.
पनकी मंदिर और पनकी पॉवर हाउस पुल को बनाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम ने बजट जारी किया था. उत्पादन निगम से पॉवर प्लांट संचालित होते हैं. इन पुलों को बनाने के लिए कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम को बनाया गया था.
25 वर्षों में खुले थे झकरकटी पुल के ज्वाइंट: पुलों के गर्डरों को आपस में जोड़ने के लिए एक्सपेंशन ज्वाइंट को इस तरह बनाया जाता है, जिससे वाहन सवार को चलते समय जोड़ पता न चले. पुल पर लचक बनी रहे, इसके लिए रबर मैटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है.
2023 में पनकी मंदिर पुल की जांच आईआईटी विशेषज्ञ टीम ने की थी. मानक के हिसाब से पुल बने होने पर आईआईटी ने रिपोर्ट दी है. सड़क बनाने में ज्वाइंट नीचे हो गए और सड़क की परत मोटी हो गई. ज्वाइंट को ऊपर लाकर समतल कराई जा रही.- एके सिंह, डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर, सेतु निगम, फर्रुखाबाद इकाई