Shamli: कलेक्ट्रेट सभागार में वीरांगना दिवस कार्यक्रम में नारी शक्ति का सम्मान किया गया
जागरूकता फैलाने और नारी शक्ति को सम्मानित करने का कार्य किया गया
शामली; महिला कल्याण विभाग शामली द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में मिशन शक्ति फेज 5.0 के अंतर्गत “वीरांगना दिवस कार्यक्रम” आयोजित किया गया। इस मेगा इवेंट में समाज में बदलाव लाने वाली महिलाओं की प्रेरक कहानियों के माध्यम से जागरूकता फैलाने और नारी शक्ति को सम्मानित करने का कार्य किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान ने नारी शक्ति की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नारी स्वयं शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने दुर्गा पूजा का संदर्भ देते हुए नारी के विभिन्न रूपों जैसे माता, पत्नी, बहन और बेटी को समाज का आधार बताया। जिलाधिकारी ने सम्मानित महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हर सफल पुरुष के पीछे नारी शक्ति का योगदान होता है। उन्होंने सभी महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने और समाज में अपनी भूमिका को मजबूत करने का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम में अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। डॉ. नीलम शुक्ला,समाजसेवी वीना अग्रवाल,डॉ. रितु जैन सम्मानित नारी शक्ति में शामिल थीं।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी विनय कुमार तिवारी,एसडीएम शामली/जिला प्रोबेशन अधिकारी हामिद हुसैन,एसडीएम ऊन अर्चना शर्मा,सहायक श्रमायुक्त अचला पांडेय,बेसिक शिक्षा अधिकारी लता राठौर,महिला थाना प्रभारी निधि चौधरी,वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक गजला , कई अधिकारी और विशिष्ट व्यक्ति मौजूद रहे।
इस आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों और समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम में नारी शक्ति के योगदान को न केवल सराहा गया, बल्कि इसे प्रेरणा का स्रोत बनाकर अन्य महिलाओं को सशक्त बनाने का संदेश भी दिया गया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने मिशन शक्ति अभियान की सराहना की, जो महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा के लिए समर्पित है। समाजसेवी वीना अग्रवाल और डॉ. रितु जैन ने इस पहल पर अपने विचार प्रस्तुत किए और इसे समाज में सकारात्मक बदलाव का माध्यम बताया।
कार्यक्रम ने न केवल सम्मानित महिलाओं की प्रेरक कहानियों को मंच प्रदान किया, बल्कि उपस्थित लोगों को यह संदेश दिया कि नारी शक्ति समाज का सशक्त आधार है। यह आयोजन मिशन शक्ति के उद्देश्यों को पूरा करने और समाज में नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।