ट्रेनिंग में ही दारोगा ने ली चार लाख घूस, हुआ गिरफ़्तार

Update: 2023-01-28 11:52 GMT

मेरठ: अभी दारोगा की ट्रेनिंग भी पूरी नहीं हुई थी, लेकिन घूस लेने की ललक ने उसे जेल की हवा खिलवा दी।

गौतमबुद्धनगर के इकोटेक बन थाने में तैनात दारोगा को मेरठ की एंटी करप्शन यूनिट ने चार लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। चोरी के एक मामले की विवेचना कर रहे दारोगा ने पीड़ित से चार लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत के बाद एंटी करप्शन की टीम ने दारोगा को रंगे हाथ दबोच लिया।

एंटी करप्शन यूनिट को सूचना मिली थी कि थाना ईकोटेक वन में तैनात दारोगा गुलाब सिंह चोरी के एक मामले की विवेचना कर रहा है। दारोगा ने गुलाब ग्रेटर नोएडा में रहने वाले रिटायर्ड इंडियन नेवी के कमांडर राजीव सरदाना से चार लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। कमांडर ने भ्रष्टाचार निवारण से शिकायत कर दी थी। कमांडर की शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन यूनिट ने अपना जाल बिछाया और पीड़ित को चार लाख रुपये लेकर दारोगा के पास भेजा। दारोगा गुलाब सिंह ग्रेटर नोएडा में एलजी गोल चक्कर के पास स्थित रोहन मोटर्स के सामने शिकायतकर्ता से मिला।

जैसे ही उसने रिश्वत के रुपये पकड़े वैसे ही एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगे हाथों धरदबोचा। पकड़ा गया दारोगा गुलाब सिंह 2019 बैच का सब इंस्पेक्टर है और अंडर ट्रेनी थाना इकोटेक एक में तैनात है। दारोगा गुलाब सिंह गौतमबुद्घ विश्वविद्यालय (जीबीयू) कैंपस में रह रहा था। एंटी करप्शन यूनिट ने उसके आवास की भी तलाशी ली है। इस घटना का पता चलने के बाद लोग कह रहे हैं कि यह तो हद ही हो गई। अभी तो इस दारोगा की ट्रेनिंग भी पूरी नहीं हुई थी और अभी से रिश्वत के नाम पर डकैती ही डालनी शुरू कर दी।

देर शाम गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने गुलाब सिंह को सस्पेंड कर दिया है। यह जानकारी खुद पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि गुलाब सिंह को भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने गिरफ्तार किया है। सूरजपुर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। पूरे प्रकरण में विभागीय जांच का आदेश भी दिया गया है।

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